सड़क सुरक्षा, नशे में ड्राइविंग और तेज रफ्तार वाहनों पर फिर उठे सवाल
सूरजपुर/जरही(सी एन बी लाइव न्यूज़ ब्यूरो चीफ )-- सूरजपुर जिले के जरही नगर पंचायत में गुरुवार की रात जिंदगी और मौत के बीच सिर्फ कुछ ही सेकंड का फासला रह गया। तेज रफ्तार और कथित रूप से नशे में धुत XUV700 ने एक 20 वर्षीय युवक की जान ले ली। घटना के बाद क्षेत्र में भारी तनाव फैल गया और गुस्साए ग्रामीणों ने आरोपी की कार को आग के हवाले कर दिया।
यह दुर्घटना अंबिकापुर–बनारस मुख्य मार्ग पर स्थित पेट्रोल पंप के ठीक सामने लगभग रात 9 बजे के आसपास हुई। यह वही स्थान है जहां आए दिन तेज रफ्तार वाहन दुर्घटनाओं को जन्म देते हैं, लेकिन गुरुवार की रात की घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया।
ट्रेक्टर-ट्रॉली पलटने के बाद मौत बनकर पहुंची XUV
सूत्रों के अनुसार कोरंधा गांव के किसान अपने ट्रैक्टर में पैरा लोड कर वापस लौट रहे थे। पेट्रोल पंप के पास मोड़ पर ट्रॉली का संतुलन बिगड़ गया और वह पलट गई। किसान पुनः पैरा लोड कर रहे थे और मृत युवक भी उसी काम में लगा हुआ था।
इसी दौरान अचानक अंबिकापुर की ओर से आ रही तेज रफ्तार XUV700 (CG 15 EH 2400) अनियंत्रित होकर पहले सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकराई और फिर युवक को कुचलते हुए आगे निकल गई। ग्रामीणों का दावा है कि चालक नशे की हालत में वाहन चला रहा था।
100 मीटर तक कार के नीचे फँसा घसीटा, देखने वालों के रोंगटे खड़े
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि टक्कर इतनी जोरदार थी कि युवक लगभग 100 मीटर तक पैरा सहित कार के नीचे फंसा घिसटता चला गया। कार जब रुकी तब तक युवक गंभीर रूप से जख्मी हो चुका था। ग्रामीणों ने उसे बाहर निकाला लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। मौके का दृश्य इतना भयावह था कि मौजूद लोग स्तब्ध रह गए।
जनता का गुस्सा फूटा—वाहन को घेरकर जलाया
घटना के तुरंत बाद आसपास के लोग, गांव के युवक और राहगीर भारी संख्या में जमा होने लगे। गुस्से में उफनी भीड़ ने आरोपी की कार को चारों ओर से घेरकर आग के हवाले कर दिया। देखते ही देखते पूरी XUV700 आग की लपटों में घिर गई और राख में तब्दील हो गई। भीड़ ने कार चालक को पकड़ कर भटगांव पुलिस के हवाले कर दिया।
पहचान उजागर – कोरंधा गांव के युवा की बुझी जिंदगी
मृतक की पहचान हृदय लाल राजवाड़े, पिता हिम्मत लाल राजवाड़े, उम्र 20 वर्ष, निवासी ग्राम पंचायत कोरंधा के रूप में हुई है।
परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। ग्रामीणों के अनुसार हृदय लाल मेहनत-मजदूरी कर घर का सहारा था। परिजनों और गांववासियों ने घटना को ‘सरकारी लापरवाही’ और ‘दरिंदे वाहन चालकों का आतंक’ बताया।
पुलिस मौके पर पहुंची, हिरासत में चालक – जांच तेज
सूचना मिलते ही भटगांव पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती भीड़ को शांत करना और सड़क मार्ग को सुचारु करना था, जो लंबे समय तक जाम रहा।
पुलिस ने चालक को गिरफ्तार कर लिया है और उसके मेडिकल परीक्षण की कार्रवाई की जा रही है ताकि शराब सेवन की पुष्टि हो सके।
तेज रफ्तार और नशे में ड्राइविंग – लोगों की जान का सबसे बड़ा खतरा
स्थानीय लोगों ने कहा—
“यह मार्ग हाईवे बन गया है, लेकिन सुरक्षा के इंतजाम न के बराबर हैं। रात में शराब पीकर वाहन दौड़ाने वालों पर कोई रोक नहीं।”
सड़क के दोनों ओर बाजार, पेट्रोल पंप, दुकानें हैं और पैदल आवाजाही अधिक है, लेकिन स्पीड कंट्रोल के लिए न सिग्नल है, न पुलिस चेकिंग और न ही स्पीड ब्रेकर।
परिजनों ने किया मुआवजा और सख्त कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की—
परिजन को उचित मुआवजा मिलें
आरोपी पर धारा 304 के तहत कड़ी कार्रवाई हो
मौके पर स्थायी पुलिस चौकी या चेक पोस्ट स्थापित हो
हाईवे पर स्पीड कंट्रोल को लेकर ठोस कदम उठाए जाएं
---
माहौल तनावपूर्ण, लेकिन नियंत्रण में – पुलिस
पुलिस का कहना है कि स्थिति पर नियंत्रण है और पूरे मामले की जांच जारी है।
