दुर्गा पंडाल और स्टेडियम के पास खुलेआम बारूद का कारोबार, सुरक्षा के नाम पर ज़ीरो इंतज़ाम
सूरजपुर(सी एन बी लाइव न्यूज़ ब्यूरो चीफ ):-- त्योहारों की रौनक के बीच जरही और भटगांव क्षेत्र में प्रशासन की लापरवाही साफ दिख रही है। दोनों इलाकों में बिना किसी वैध लाइसेंस के पटाखों की दुकानें खुली हुई हैं — जहाँ सुरक्षा का कोई मानक नहीं अपनाया जा रहा। बारूद भरे बम और पटाखे खुले में रखे गए हैं, जिससे किसी भी पल बड़ा हादसा हो सकता है।
जरही में दुर्गा पंडाल के पास पटाखा दुकान
जरही में दुर्गा पूजा पंडाल के पास ही पटाखों की दुकानें संचालित हो रही हैं।
पंडाल में रोज़ाना सैकड़ों श्रद्धालु पूजा के लिए पहुँचते हैं और उसी जगह पास में बारूद भरा पड़ा है।
न कोई फायर एक्सटिंग्विशर, न सेफ्टी इक्विपमेंट — ज़रा सी चिंगारी से पूरा इलाका जल सकता है।
भटगांव स्टेडियम के पास बारूद की दुकान
भटगांव स्टेडियम के आसपास भी पटाखा बिक्री का कारोबार जोरों पर है।
जहाँ रोजाना बच्चे और युवा खेलकूद करते हैं, वहीं बगल में विस्फोटक पटाखे रखे गए हैं।
किसी भी चिंगारी या लापरवाही से बड़ा धमाका होने का खतरा मंडरा रहा है।
सुरक्षा के नाम पर सिर्फ कागज
स्थानीय लोगों ने बताया कि दुकानों में न फायर एक्सटिंग्विशर है,
न फर्स्ट एड किट, न ही कोई आपातकालीन निकास व्यवस्था।
दुकानदारों के पास एक्सप्लोसिव लाइसेंस तक नहीं है, बावजूद इसके खुलेआम बिक्री जारी है।
लोगों में आक्रोश, प्रशासन पर सवाल
निवासियों ने प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
> “इतनी भीड़ और बारूद एक साथ — हादसा होना तय है।
प्रशासन किसी बड़ी दुर्घटना का इंतज़ार कर रहा है क्या?” — स्थानीय नागरिक
कानून का उल्लंघन
एक्सप्लोसिव एक्ट 1884 और फायर सेफ्टी रूल्स के तहत
इस तरह की बिक्री सख्त रूप से प्रतिबंधित है।
फिर भी न कोई जांच, न कोई कार्रवाई — जिम्मेदार अधिकारी चुप हैं।
अब सवाल — कार्रवाई कब होगी?
जरही और भटगांव इन दिनों ‘बारूद के ढेर’ पर बैठे हैं।
एक छोटी सी चिंगारी सैकड़ों ज़िंदगियाँ निगल सकती है।
लोगों ने जिला प्रशासन और पुलिस से त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
जरही दुर्गा पंडाल के पास और भटगांव स्टेडियम के पास चल रही अवैध पटाखा दुकानें सिर्फ कानून का नहीं, बल्कि जनता की जान से भी खिलवाड़ हैं। अगर प्रशासन अब भी नहीं जागा, तो अगला त्योहार खुशियों का नहीं, हादसे का हो सकता है।