विभाग में समकक्ष कैडर से है वेतनमान में असमानता
@छत्तीसगढ़//संतोष सिंह सूर्यवंशी)
स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक, और खंड विस्तार प्रशिक्षण अधिकारी के शैक्षणिक योग्यता, प्रशिक्षण अवधि एवं कार्य की प्रकृति एवं स्वरूप के आधार पर अपने ही विभाग के समकक्ष योग्यताधारी से वेतनमान में भारी असमानता एवं अंतर है , जिनका निराकरण की मांग को लेकर स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ द्वारा अनेक बार अनिश्चितकालीन आंदोलन किया गया, जिसमे हजारों कर्मचारी को निलंबन और बरखस्तगी का सामना करना पड़ा। विभाग द्वारा वेतनमान संशोधन के लिए अनेक बार प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा गया लेकिन शासन द्वारा विभागीय प्रस्ताव पर मुहर नही लग पाई है। स्वास्थ्य संयोजकों के आंदोलन को वर्तमान बीजेपी सरकार के प्रतिनिधियों द्वारा समर्थन दिया गया और वादे भी किया गया जिसमे सरकार बनते ही मांगो को पूरा करने का आश्वासन दिया गया था। सरकार बनने के बाद बीजेपी सरकार द्वारा कर्मचारियों के मांगों और समस्याओं के निराकरण करने के लिए निहारिका बारीक प्रमुख सचिव , पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रदेश संयोजक कमल वर्मा द्वारा उक्त कमिटी के बैठक में मांगे गए प्रस्ताव के आधार पर स्वास्थ्य संयोजकों को विभागीय प्रस्ताव के आधार पर वेतनमान संशोधन करने की मांग को लेकर पत्र लिखा गया है। इस हेतु स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष टार्जन गुप्ता, प्रदेश सचिव प्रवीण ढीडवंशी , प्रदेश उपाध्यक्ष हरीश जायसवाल, प्रदेश प्रवक्ता सुरेश पटेल, आई टी सेल प्रभारी संतलाल साहू सहित समस्त पदाधिकारियों ने कमल वर्मा जी का आभार व्यक्त किया है।