मध्यप्रदेश के सागर जिले के बीना तहसील के भानगढ़ सर्किल में पदस्थ पटवारी विनोद अहिरवार का एक फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
मध्यप्रदेश के सागर जिले के बीना तहसील के भानगढ़ सर्किल में पदस्थ पटवारी विनोद अहिरवार का एक फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इसमें पटवारी भानगढ़ में जनपद सदस्य क्षमाधर पटेल को अपने पैरों में गिराकर उनकी पीठ पर पैर रखकर तानाशाही तरीके से फोटो खिंचवाते नजर आ रहे हैं। सरकारी कर्मचारी द्वारा इस तरह चुने हुए जनप्रतिनिधि की बेज्जती करने का मामला पहली दफा सामने आया है। जिला प्रशासन ने शिकायत के बाद मामले को संज्ञान मे लिया और बीना एसडीएम के जाँच प्रतिवेदन के बाद सागर कलेक्टर दीपक आर्य ने पटवारी को निलंबित कर दिया है।
जानकारी अनुसार सागर जिले की बीना तहसील के भानगढ़ राजस्व सर्किल में गांधी जयंती दो अक्टूबर पर ग्रामसभा का आयोजन किया गया था। इसमें पटवारी विनोद अहिरवार व जनपद सदस्य क्षमाधर पटेल का किसी बात को लेकर विवाद हो गया। पटवारी ने शासकीय कार्य में बाधा डालने संबंधी शिकायत पुलिस से की थी। दोपहर में हुए विवाद के बाद शाम को पटवारी ने जनपद सदस्य को बुलाया और माफी मांगने को कहा था। पटवारी विनोद ने जनपद सदस्य को आश्वस्त किया कि माफी मांगने पर वह पुलिस में शिकायत नहीं करेगा। जनपद सदस्य माफी मांगने को तैयार हो गया। पटवारी ने झुककर पैर पड़कर माफी मांगने को कहा, जब जनपद सदस्य झुका तो पटवारी ने उसकी पीठ पर पैर रखकर आशीर्वाद दिया और फोटो खिंचवा ली।
बताया जा रहा है कि यह फोटो खुद पटवारी ने अपने परिचितों से स्थानीय सोशल मीडिया पर वायरल करा दी और पुलिस से शिकायत वापस भी नहीं ली। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार पीड़ित जनपद सदस्य क्षमाधर पटेल ने पटवारी विनोद अहिरवार द्वारा उनकी पीठ पर पैर रखकर फोटो खिंचाने और वायरल करने के बाद पुलिस व प्रशासिनक स्तर पर शिकायत की थी। इसके बाद सागर कलेक्टर ने मामले में जांच के लिए एसडीएम बीना शैलेन्द्र जैन को निर्देश दिए थे।
बीना एसडीएम शैलेंद्र सिंह ने मामले की जांच की और पटवारी विनोद अहिरवार को दोषी पाया। एसडीएम के जांच प्रतिवेदन के आधार पर सागर कलेक्टर दीपक आर्य ने देर रात कार्यवाही करते हुए पटवारी विनोद अहिरवार को निलंबित कर दिया है।
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