@रायपुर
 भारतीय जनता पार्टी मंडल संडी के अध्यक्ष महेन्द्र कुमार साहू ने  कहा है कि कांग्रेस सरकार की लापरवाही से गरीब परिवार के पक्के घर का सपना टूट गया ।  उन्होंने कहा प्रदेश सरकार के ओछी राजनीति ने छत्तीसगढ़ के लाखों गरीब परिवार के पक्के घरों के सपनों को राज्यांश नहीं देकर चूर-चूर कर दिया है। प्रदेश सरकार के निकम्मेपन के चलते केंद्र सरकार ने प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना के आवंटित लगभग 7.81 लाख से अधिक के लक्ष्य को वापस लेने के लिए विवश होना पड़ा और इस काम के लिए स्वीकृत लगभग साढ़े 11 हजार करोड़ रुपए से अधिक धनराशि लैप्स हो गई। श्री साहू ने कहा कि आम आदमी को सुविधाओं से वंचित करके प्रदेश सरकार अब कोरोना मृतकों को मुआवजा देने और उसमें राज्यांश देने की बात कहकर शर्मनाक राजनीति कर रही है। उन्होंने इस संबंध में प्रदेश के पंचायत मंत्री के आवास योजना के लिए प्रदेश सरकार द्वारा राज्यांश की 40 फ़ीसदी राशि नहीं जुटा पाने की स्वीकारोक्ति का ज़िक्र कर कहा कि मंत्री सिंहदेव का यह कहना शर्मनाक है कि इस योजना के लिए हमें चार हज़ार करोड़ रुपए की ज़रूरत थी और प्रदेश सरकार को इसके लिए कर्ज़ लेना पड़ता । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ओछी राजनीति का इससे बड़ा उदाहरण और क्या हो सकता है कि मंत्री सिंहदेव बयान दे रहे हैं कि हमारे पास राज्यांश के लिए पैसे नहीं हैं और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इसके उलट केन्द्र सरकार को चिठ्ठी लिखकर कह रहे हैं कि कोरोना मृतकों को चार लाख रु. मुआवजा दो और उसमें प्रदेश सरकार का भी एक लाख रुपए का राज्यांश रहेगा। मंडल अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल को उत्तरप्रदेश में कांग्रेस के राजनीतिक स्वार्थ साधने के लिए छत्तीसगढ़ का ख़ज़ाना लुटाना होता है तो प्रदेश सरकार के पास धनराशि होती है, लेकिन छत्तीसगढ़ के लोगों के सिर पर एक अदद छत देने के लिए प्रदेश सरकार पैसों की तंगी का रोना रोती है।
  
 
 
 
