@ बालोद
अब आप लोग निर्णय करें क्या करना है हमारा अपराध इतना ही है कि हमने डोकला गंगा धाम से भगवान शंकर में चढ़ाने के लिए जल लिया और हमारे साथ 700 शिव भक्त कावड़ीया थे जिसमें 500 कांवरिया भी आदिवासी समाज के ही थे अतः इस कार्यक्रम से किसी आदिवासी समाज की आस्था को ठेस नहीं पहुंचाया गया है फिर भी इसे केवल बहाना बनाकर हमारे द्वारा किए जा रहे अच्छे कार्य का विरोध करना हम पर कार्रवाई करना इनका उद्देश्य है शासन प्रशासन यदि पाटेश्वर धाम पर कोई कार्यवाही करेगी तो क्या आप सभी चुपचाप देखते रहेंगे हमें आपसे जवाब चाहिए।