अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी अभी पुराने हाईकोर्ट बिल्डिंग में संचालित हो रही है। नई बिल्डिंग के लिए यूनिवर्सिटी को कोनी में जमीन मिली है। यूनिवर्सिटी को पहले 85 एकड़ जमीन मिली थी। शासन ने पहली बार में 68 एकड़ जमीन 6 साल पहले यूनिवर्सिटी को दी। इसके बाद 17 एकड़ जमीन को लेकर मामला फंस गया।
तब से अभी तक 17 एकड़ जमीन के लिए यूनिवर्सिटी तहसील कार्यालय का चक्कर लगा रही थी। 17 एकड़ जमीन का फ्रंट कोनी-रतनपुर मुख्य मार्ग से जुड़ा हुआ है, इसलिए यूनिवर्सिटी अपने मुख्य गेट बनाने के लिए इस जमीन के पीछे पड़ी थी। पूर्व कुलपति प्रो. जीडी शर्मा और पूर्व कुलसचिव डाॅ. इंदू अनंत इस जमीन के लिए लगातार कलेक्टर और तहसील कार्यालय में पत्राचार करते रहे। कुलसचिव डॉ. सुधीर शर्मा ने भी कई पत्राचार किए, पर जमीन नहीं मिली। कुलपति प्रो. शर्मा की सेवानिवृत्त के बाद एयू के कुलपति का प्रभार संभागायुक्त डॉ. संजय अलंग को दिया गया है। संभागायुक्त ने जब इस मामले पर संज्ञान लिया है तो यूनिवर्सिटी को 17 में से 12 एकड़ जमीन मिल पाई है। अब बस यूनिवर्सिटी को एक एनओसी रायपुर से लेनी है। 12 एकड़ मिली जमीन में यूनिवर्सिटी को मुख्य गेट बनाने के लिए मुख्यमार्ग में जमीन दी गई है। अब यूनिवर्सिटी का मेन गेट मुख्यमार्ग में बन सकता है।
बिल्डिंग में फिनिशग बाकी
अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी की एकेडमिक बिल्डिंग नए कैंपस में बन रही है। 3 हजार 400 स्कायर मीटर में जी प्लस फोर बिल्डिंग बनकर तैयार हो गई है। 29 करोड़ 19 लाख की लागत से यह बिल्डिंग बनी है। अभी बिल्डिंग की फीनिसिंग बाकी है। यूनिवर्सिटी कैंपस का बाउंड्रीवाल हो चुका है।
भवन कमेटी की बैठक होगी
अटल यूनिवर्सिटी के प्रभारी कुलसचिव डॉ. एचएस होता ने बताया कि 12 एकड़ जमीन मिल गई है। अब अन्य कार्य के लिए भवन कमेटी की बैठक रखी जा रही है। इसमें निर्णय लिया जाएगा कि आगे किस तरह का कंस्ट्रक्शन होगा।