`पूंजीपतियों एवं सत्ता के दबाव में विधि विरुद्ध तरीकों से संरक्षित भूमि को अवैध कब्जाधारियों को हमेशा से ही सौंपा जाता रहा - रामनगर ग्रामीण``राजस्व बोर्ड के निर्णय के विरुद्ध उच्च न्यायालय में जनहित याचिका प्रस्तुत करेंगे -- जयनाथ सिंह केराम`
सुरजपुर - जिले के रामनगर पंचायत सूरजपुर जिला मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जहां वर्षों से गौचरमद की भूमि का लेकर न्यायालय में वर्षों तक दलीलें चली लेकिन फिर भी भू माफिया न्यायालय के अधीन चल रहे मामलों को दर किनार करते हुए गौचरमद की भूमि पर निर्माण कार्य करने पहुंचे भू माफिया व ग्रामीणों के बीच वाद विवाद होने पर मामला एक बार फिर सुर्खियों पर है और मामला थाने तक पहुंची !!
`86 एकड़ भूमि में फर्जी पट्टे का आरोप लगाकर सरगुजा स्वाभिमान मंच के बैनर तले किया गया था आंदोलन`
जानकारों के अनुसार वर्ष 2014 में जिले के अंतर्गत ग्राम पंचायत रामनगर के गोचरमद के 86 एकड़ भूमि में फर्जी पट्टे का आरोप लगाकर सरगुजा स्वाभिमान मंच के बैनर तले आंदोलन के दौरान कब्जाधारीयों की साथ मारपीट एवं बाउंड्री वॉल को भारी नुकसान के मामले गोंगपा नेता जयनाथ सिंह केराम एवं पूर्व मंत्री तुलेश्वर सिंह सहित 47 ग्रामीण के ऊपर गंभीर मामले बनाए गए थे उस मामले में भाजपा , कांग्रेस, गोंगपा शाहिद अन्य दर्जनों सामाजिक संगठनों ने जयनाथ केराम के नेतृत्व में जन आंदोलन के बाद लंबे अरसे से तक जेल में रहे उस भूमि विवाद से संबंधित मामला न्यायालय कलेक्टर सूरजपुर तथा न्यायालय कमिश्नर अंबिकापुर सरगुजा से गोचरमद की भूमि पर विधि विरुद्ध पट्टे को निरस्त करने का निर्णय हुआ था जिसे कब्जाधारीयों ने राजस्व बोर्ड बिलासपुर में दावा कर कब्जे धारीयों के पक्ष में निर्णय प्राप्त कर लिया कल जब कब्जेधारीयों ने अपने कब्जे के भूमि पर बाउंड्री वॉल बनाने के लिए काम प्रारंभ किया था जहां पर ग्राम पंचायत रामनगर के ग्रामीण विरोध किया दोनों पक्षों ने अपने थाना विश्रामपुर में शिकायत दर्ज कराया
`आखिर कैसे गोचरमद भूमि का पट्टा विधिसम्मत हो सकता है - जयनाथ सिंह केराम`
सरगुजा स्वाभिमान मंच के प्रमुख जयनाथ केराम ने कहा की सार्वजनिक देव स्थल कब्रिस्तान तथा गोचरमद भूमि का पट्टा आखिर कैसे विधिसम्मत हो सकता है राजस्व बोर्ड के निर्णय के विरुद्ध उच्च न्यायालय में जनहित याचिका प्रस्तुत करेंगे गौचरमद की भूमि पर बाउंड्रीवॉल निर्माण कार्य करने के दौरान दोनों पक्षों में हुए विवाद का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल भी हो रहा है
`राजस्व बोर्ड बिलासपुर के फैसले पर ग्रामीणों ने लगायें आरोप`
ग्रामीणों का आरोप है कि राजस्व बोर्ड बिलासपुर के द्वारा अक्सर पूंजीपतियों एवं सत्ता के दबाव में विधि विरुद्ध तरीकों से संरक्षित भूमि को अवैध कब्जाधारियों को सोंपा जाता रहा है उक्त मामले को लेकर आज कांग्रेसी नेता संतोष पावले, सदर इसराइल खान, जगन्नाथ यादव, जूगेश्वर प्रजापति, गोंगपा नेता प्रवीण सिंह ,सहित अन्य सैकड़ो ग्रामीण लोग विश्रामपुर थाना में डटे रहे जिससे फिर सामने वाले पक्षों पर एफआईआर दर्ज हुआ