छत्तीसगढ़ और ओडिशा की सीमा पर स्थित पेंरवाआरा गांव में दोपहर एक हाथी सड़क पर आ कर खड़ा हो गया। इससे वाहनों की आवाजाही कुछ देर के लिए थम गई।
हालांकि प्रधानमंत्री सड़क होने के कारण ट्रैफिक जाम होने की स्थिति निर्मित नहीं हुई। दोपहर को कुछ लोग जब ओडिशा की ओर जा रहे उसी दौरान बीच सड़क में ग्रामीणों ने हाथी को देखकर सकते में आ गए और जान बचाकर भागे। जंगली हाथी के विचरण से दहशत फैल गया। हाथी को खदेड़ने के लिए हल्ला करते नजर आए।
तपकरा वन परिक्षेत्र में इन दिनों 28 हाथी घूम रहे हैं। ये हाथी ओडिशा के जंगलों से होते हुए तपकरा वन परिक्षेत्र में पहुंचकर कर अलग अलग क्षेत्रों में विचरण कर रहे हैं। शनिवार की दोपहर 2 बजे के आसपास एक हाथी पेंरवाआरा को ओडिशा से जोड़ने वाले प्रधानमंत्री सड़क पर आ गया।
अचानक बीच सड़क में हाथी को देखकर राहगीर सकते में आ गए थे और जान बचाने के लिए वहां से भागे। हाथी तकरीबन आधा घंटे तक सड़क में ही खड़ा रहा। ग्रामीणों की नजर जैसे ही इस हाथी पर पड़ी, उसे भगाने के लिए शोर मचाया। भीड़ को देखकर हाथी सड़क से निकलकर पास के जंगल में घुस गया। इससे स्थानीय ग्रामवासियों ने राहत की सांस ली।
28 दल क्षेत्र में कर रहे विचरण
वन परिक्षेत्र तपकरा में 28 हाथियों का दल है। विभाग के अनुसार जमुना में 1, बनगांव में 3, खारीबहार में 3, समडमा में 1, पुराईनबंध में 2, गारीघाट में 1, सहसपुर में 1, सिंगीबहार में 1, तपकरा में 2, गंझियाडीह में 1 सहित ओडिशा सीमा क्षेत्र सागजोर में 12 हाथियों का दल घूम रहा है। हाथियों का दल खेतों में न जाकर खलिहानों की और रूख कर रहे है।
युवाओं की लापरवाही पड़ सकती थी भारी
शनिवार की दोपहर फरसाबहार क्षेत्र के पेंरवाआरा में बीच सड़क में हाथी के आ जाने की खबर ग्रामीणों को मिलते ही लोग हाथी को देखने के लिए पहुंच गए। कुछ युवक हाथी को भगाने का प्रयास भी करते नजर आए। इस दौरान कुछ युवक हाथी के करीब तक पहुंच गए। युवकों की ये लापरवाही उन पर कभी भी भारी पड़ सकती थी।