@रायपुर, छत्तीसगढ़//संतोष सिंह सूर्यवंशी)
छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पोल एक बार फिर खुल गई है। CGMSC (छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड) की लापरवाही ने प्रदेश की जनता के जीवन को गंभीर खतरे में डाल दिया है।
गोंडवाना छत्तीसगढ़ के प्रदेश महामंत्री निलेश पाण्डेय ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा —
> “यह सिर्फ एक प्रशासनिक गलती नहीं, बल्कि जनता की जान से खिलवाड़ है। स्वास्थ्य मंत्री जी को तत्काल इस्तीफा देना चाहिए। और यदि वे इस्तीफा नहीं देते, तो मुख्यमंत्री जी को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उन्हें पद से हटाना चाहिए। असफल मंत्री को कुर्सी पर बने रहने का कोई हक नहीं।”
⚠️ गंभीर खुलासे और गड़बड़ियां उजागर:
CGMSC की सप्लाई में कई जीवनरक्षक और आवश्यक दवाओं में गड़बड़ी पाई गई है—
ऑनडानसेट्रोन टैबलेट का नशे में दुरुपयोग सामने आया है।
Intiv-S ड्रिप सेट और प्रेग्नेंसी किट गुणवत्ता परीक्षण में फेल पाई गई हैं।
आयरन सुक्रोज इंजेक्शन और बेकलोफेन टैबलेट में गंभीर त्रुटियां पाई गईं, जिनके उपयोग पर रोक लगाई गई है।
❓ मुख्य सवाल —
जब ये दवाएं और उपकरण फेल घोषित हो चुके हैं, तो फिर भी इन्हें सरकारी अस्पतालों में क्यों बांटा जा रहा है?
कौन है जो जनता की जान को खतरे में डालते हुए इस सप्लाई को जारी रखे हुए है?
🗣️ गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की मांगें:
1. दोषी अधिकारियों और सप्लायर कंपनियों पर तत्काल आपराधिक कार्रवाई की जाए।
2. CGMSC की पूरी सप्लाई चेन की जांच उच्च स्तरीय समिति से कराई जाए।
3. भविष्य में दवाओं की खरीद और वितरण की प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए।
4. सभी असफल दवाओं और उपकरणों की फौरन वापसी और नष्टिकरण की कार्रवाई की जाए।
✊ जनता के साथ गोंडवाना गणतंत्र पार्टी:
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने घोषणा की है कि यदि इस मामले में जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो संगठन राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करेगा।
> “यह सिर्फ दवाओं की गुणवत्ता का सवाल नहीं, बल्कि आम जनता की ज़िंदगी का सवाल है,”
निलेश पाण्डेय ने कहा।
“हम चुप नहीं बैठेंगे — यह लड़ाई जनता की सेहत और अधिकारों की सुरक्षा के लिए है।”
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प्रेषक:
निलेश पाण्डेय
प्रदेश महामंत्री, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी
छत्तीसगढ़
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