राजस्थान में उस समय हलचल मच गई जब भिलवाड़ा ज़िले में तैनात एसडीएम चोटो लाल शर्मा (RAS अधिकारी) का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने एक पेट्रोल पंप कर्मचारी को थप्पड़ मार दिया।
वीडियो में अधिकारी का “मैं एसडीएम हूँ” कहते हुए कर्मचारियों से अभद्र व्यवहार करना साफ़ देखा जा सकता है।
यह घटना न केवल प्रशासनिक मर्यादाओं के विपरीत है, बल्कि आम जनता के प्रति सम्मान और संयम की भावना को भी ठेस पहुँचाती है। जनता ने सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए इसे अधिकारों के दुरुपयोग की मिसाल बताया।
राज्य सरकार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और निष्पक्ष जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।
प्रशासनिक सेवा में ऐसे व्यवहार से न केवल शासन की साख को नुकसान पहुँचता है, बल्कि जनता का विश्वास भी डगमगा जाता है।
यह घटना स्पष्ट करती है कि —
> लोकसेवा का अर्थ जनता की सेवा है, न कि सत्ता का प्रदर्शन।
हम उम्मीद करते हैं कि जांच पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता से होगी ताकि भविष्य में कोई भी अधिकारी अपनी “पॉवर” को जनता पर नहीं, जनता के हित में प्रयोग करे।
जय हिन्द 🇮🇳
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संतोष सिंह सूर्यवंशी
(पत्रकार / सामाजिक कार्यकर्ता)



