CG "दो मासूम बच्चों की हत्या -फांसी की घटना सुलझी... कातिल निकला -प्रेमी... प्रेम प्रसंग की मामूली सी घटना ने मासूम बच्चों की जिंदगी किया खराब... मासूम भी झूला गया था फांसी पर... देखें?

CG "दो मासूम बच्चों की हत्या -फांसी की घटना सुलझी... कातिल निकला -प्रेमी... प्रेम प्रसंग की मामूली सी घटना ने मासूम बच्चों की जिंदगी किया खराब... मासूम भी झूला गया था फांसी पर... देखें?


@छत्तीसगढ़//संतोष सिंह सूर्यवंशी)
कोरिया जिले के पटना थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम चम्पाझर घुटरीपारा निवासी रमेश सिंह ने पटना थाने में अपने बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसने बताया कि उसका 12 वर्षीय बेटा अमन सिंह कक्षा 7वीं में पढाई करता है। वह प्रतिदिन सुबह साइकिल से ब्रेड लेकर बेचने जाता था।

ब्रेड बेचकर सुबह करीब 8 बजे तक घर लौटने के बाद स्कूल पढ़ाई करने जाता था। घटना तिथि 20 नवंबर को सुबह 6 बजे साइकिल से ब्रेड बेचने निकला था, लेकिन सुबह करीब 10 बजे तक घर नहीं आया। उसने बेटे का अपहरण की आशंका जताई थी। मामले में पुलिस ने धारा 137(2) के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया था।

 पहाड़ी में मिली थी बालक की लाश

22 नवंबर को ग्रामीणों द्वारा पुलिस को बताया गया था कि मृतक की साइकिल 20 वर्षीय युवक महेश प्रजापति बेचने का प्रयास कर रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने पुलिस को यह कहते हुए गुमराह किया कि उसे साइकिल लावारिस हालत में पड़ी मिली थी।

इसी बीच गांव के ही घुटरी पहाड़ी के पास बालक का ब्रेड बेचने वाला झोला मिलने की सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी। इस पर पुलिस डॉग स्क्वायड व साइबर सेल की की मदद से खोजबीन की तो बालक की लाश घुटरी पहाड़ी में मिली।

उसका गला रेता हुआ था। गांव के ही अन्य बच्चों ने बताया कि नाबालिग डोकेश्वर सिंह (जिसने आत्महत्या की है) मृतक के साथ 20 नवंबर को देखा गया था, जबकि वह उसके साथ नहीं रहता था।


इस मामले में पटना पुलिस ने 22 नवंबर को संदिग्ध डोकेश्वर पिता सुनील सिंह (14) सहित 2 बच्चों को पूछताछ के लिए थाने बुलाया था। दोनों को रात करीब 9 बजे छोड़ा था। लेकिन संदिग्ध डोकेश्वर ने थाना से लौटने के बाद अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।

आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

पुलिस ने बारीकी से मामले की जांच की तो पटना थाना क्षेत्र के ग्राम बरदिया निवासी महेश कुमार प्रजापति पिता स्व. श्रवण 20 वर्ष का नाम सामने आया। वह फिलहाल अपने दादा-दादी के घर चंपाझर में रह रहा था।

पुलिस ने उससे कड़ाई से पूछताछ की तो उसने 12 वर्षीय अमन सिंह की हत्या की बात स्वीकार कर ली। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर मंगलवार को धारा 137 (2), 238, 103 (1) बीएनएस के तहत जेल भेज दिया है।

प्रेमिका से गले मिलते देखा, घर पर बताने की कही थी बात

आरोपी महेश प्रजापति ने पुलिस को बताया कि वह चंपाझर में रहकर सुबह गांव के ही दोस्त अनुराग समेत अन्य से हर सुबह टहलने निकलता था। इस दौरान उसकी पहचान अनुराग की प्रेमिका की सहेली से हो गई। फिर दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे थे। हत्या की घटना से 2-3 दिन पूर्व उसने सुबह प्रेमिका को गांव के 12 नंबर पुलिया के पास मिलने बुलाया था।

वह प्रेमिका से गले मिल रहा था, इसी बीच ब्रेड बेचने जा रहे अमन सिंह (जिसकी हत्या हुई) ने दोनों को देख लिया था। 2 दिन बाद अमन ने महेश को कहा कि वह उसके दादा-दादी से ये बात बता देगा। इस बात से महेश डर गया था। फिर उसने दादा-दादी के पड़ोस में रहने वाले डोकेश्वर को ये बात बताई थी। इस पर डोकेश्वर ने कहा था कि हम दोनों मिलकर उसे समझाएंगे कि वह ये बात न बताए।

पहाड़ी की ओर ले जाकर की हत्या

प्लान के अनुसार 20 नवंबर की सुबह करीब 5 बजे डोकेश्वर ने अमन सिंह को डराने के लिए घर से चाकू रख लिया था। फिर वह गांव से बाहर लालीबांध के पास माइकल के निर्माणाधीन मकान में उसका इंतजार करने लगा। जैसे ही वह ब्रेड लेकर आया। वह उसकी साइकिल पर बैठ गया और कहा कि वह भी साथ जाएगा।

करीब 1 घंटे बाद अमन सिंह डोकेश्वर के साथ 12 नंबर पुलिया के पास पहुंचा तो वहां आरोपी महेश प्रजापति मिला। इसके बाद दोनों अमन को पहाड़ी की ओर ले गए। यहां साइकिल खड़ी कराकर कुछ दूर ले गए। यहां महेश ने कहा कि क्या वह प्रेमिका वाली बात बताएगा ? इस पर हमने हंसते हुए कहा कि हां, वह बताएगा।

बार-बार वहीं बात दोहराने पर महेश ने उसके सिर पर पत्थर से प्रहार कर दिया। जब वह गिर गया तो पैंट की जेब से चाकू निकालकर उसकी गर्दन पर वार कर दिया। इससे उसकी मौत हो गई। इतने से भी जी नहीं भरा तो आरोपी ने चाकू से उसका अबगला रेत दिया।

यह देख साथ रहा डोकेश्वर वहां से फरार हो गया था। इधर आरोपी ने मृतक का इनर व जैकेट फेंक दिया तथा उसका शव गड्ढे में धकेलकर गिरा दिया। फिर मृतक के साइकिल को वहीं झाडिय़ों में छिपा दिया था।

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