CG "मानसून से पहले झमाझम बारिश, 3 जून तक आंधी-ओलावृष्टि का अलर्ट..??

CG "मानसून से पहले झमाझम बारिश, 3 जून तक आंधी-ओलावृष्टि का अलर्ट..??

 राजस्थान से पहले आने में अभी लगभग एक महीना शेष है और प्रदेश में खूब बरसात हो रही है। ऐसा पिछले 5-6 महीने से हो रहा है। इस साल अब तक ऑफ सीजन में मानसून सीजन की करीब एक चौथाई बारिश हो चुकी है।

राजस्थान से पहले आने में अभी लगभग एक महीना शेष है और प्रदेश में खूब बरसात हो रही है। ऐसा पिछले 5-6 महीने से हो रहा है। इस साल अब तक ऑफ सीजन में मानसून सीजन की करीब एक चौथाई बारिश हो चुकी है। पूरे प्रदेश में 1 जनवरी से लेकर 27 मई तक 100.8 मिमी बरसात हो चुकी है। जबकि मानसून सीजन में 435.6 मिमी बरसात होती है। मानसून सीजन की करीब एक चौथाई बरसात होने के बावजूद बांधों में पानी नहीं आया है। राज्य में 22 बड़े बांध हैं, जो पूरे प्रदेश की प्यास बुझाते हैं। इनमें से किसी बांध में एक इंच पानी भी नहीं आया है।

4 जिले 50 फीसदी तक बारिश

जहां पूरे प्रदेश में मानसून सीजन की एक चौथाई बरसात ऑफ सीजन में हुई है, वहीं पश्चिमी राजस्थान के 4 जिले ऐसे हैं, जहां सीजन की 50 फीसदी तक बारिश ऑफ सीजन में हो गई है। हनुमानगढ़ में मानसून में 253.6 मिमी बरसात होती है और ऑफ सीजन में 125.5 मिमी बरसात हो चुकी है। नागौर में 177.9 मिमी, श्रीगंगानगर में 101.6 व बीकानेर में 123.1 मिमी बारिश हो गई है। इन तीनों ही जिलों में मानसून में औसतन 250 मिलीमीटर बरसात होती है।

19 जिलों 100 मिलीमीटर बारिश

प्रदेश में 19 जिलों में ऑफ सीजन में 100 मिमी से अधिक बरसात हुई है। कुछ जिले ऐसे हैं, जिनमें पूरे मानसून में 500 मिमी से अधिक बरसात होती है। जयपुर में मानसून सीजन में औसतन 524.3 मिमी वर्षा होती है जबकि ऑफ सीजन में 149.5 मिमी बारिश हो चुकी है।

शिमला से ज्यादा ओलावृष्टि

गंगानगर में शिमला से ज्यादा ओलावृष्टि हो चुकी है। अब तक यहां सात बार ओले पड़ें हैं जब कि शिमला में दो ही बार। जैसलमेर के सीमावर्ती शाहगढ़ बल्ज क्षेत्र में रविवार को बारिश के साथ ओलों की बरसात हुई। इसके कारण जिससे धोरों पर सफेद चादर बिछ गई। ओलों का वीडियो सोमवार को वायरल भी हुआ।

बकरी चराने गए दादा पोते की मौत

जैसलमेर में सोमवार को भी पश्चिमी विक्षोभ का असर रहा। रामदेवरा क्षेत्र में रविवार को बकरियां चराने गए दादा-पोते का शव सोमवार को बरामद हुआ। आशंका जताई जा रही है कि दोनों की मौत ओलावृष्टि से हुई। फील्ड फायरिंग रेंज के समीप उनके घर से करीब 5 किमी दूर कानाराम भील (50) और उनके पोते विक्रम (12) के शव मिले।

उदयपुर में गिरा छज्जा महिला की मौत उदयपुर की भानसोल पंचायत के खेड़ा गांव की भील बस्ती में रविवार रात तेज अंधड़ के दौरान मकान के बाहर बना कवेलूपोश छज्जा गिर गया। हादसे में रामी बाई (50) पत्नी खेमा भील की मौत हो गई। हादसा उस वक्त हुआ, जब महिला भोजन बना रही थी। अचानक आए तेज अंधड़ से छज्जे का कुछ हिस्सा रामी बाई भील के ऊपर गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई।

31 मई तक बारिश 3 जून तक असर

मौसम केन्द्र जयपुर के अनुसार फिलहाल दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों पर एक परिसंचरण तंत्र बना हुआ है। साथ ही एक ट्रफ लाइन राज्य से होकर उत्तर प्रदेश तक बनी हुई है। इस कारण मौसम में बदलाव है। 30-31 मई को भी प्रदेश में आंधी-बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी। 3 जून तक इसका असर रहेगा।





@सोर्स-सोशल मीडिया

To Top