झिलमिली पुलिस को सौपा ज्ञापन, कर रहे कार्यवाही की मांग।
सूरजपुर/भैयाथान :-- बीते बुधवार को दर्रीपारा निवासी सचिव शैलेश गुप्ता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के बाद बाजार में तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त है इस बीच शनिवार को मृतक सचिव की पत्नी व पिता ने झिलमिली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराकर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए दोषियों पर कार्यवाही की मांग की है।
पांच दिन पूर्व सचिव शैलेश गुप्ता ने अपने पुराने घर में सुबह फांसी लगाकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली बताया तो यह भी जाता है कि जांच के लिए ग्राम पंचायत सिरसी के ग्रामीणों के शिकायत पर जांच टीम भी मृत्यु दिवस जनपद पंचायत भैयाथान आना प्रस्तावित था उसने आत्महत्या क्यों की इस संबंध में तरह-तरह की चर्चाएं क्षेत्र में व्याप्त हैं। इसी बीच मृतक के पत्नी पूनम गुप्ता व पिता शीतल गुप्ता ने थाना झीलमिली में लिखित रिपोर्ट दर्ज कराई है मृतक के पत्नी ने अपने लिखित रिपोर्ट में कहा है कि ग्राम पंचायत सिरसी में मेरे पति के पदस्थापना के दौरान ग्राम के निर्माण कार्यों को पूर्व उपसरपंच तनवीर आलम के द्वारा दबाव बनाकर 13 लाख रुपए शासकीय राशि चेक के रूप में अपने किसी करीबी फर्म के नाम चेक कटाकर फर्जी तरीके से आहरण कर लिया और ऊंचडीह निवासी राजेश गुप्ता के दुकान से निर्माण सामग्री स्वयं लाकर उधार राशि मृतक सचिव के नाम लिखवा दी और निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद राजेश गुप्ता का बिल न लगाकर दूसरे का बिल लगाकर उससे 9 लाख व 4 लाख स्वयं ले लिया। उक्त राशि को मांगने पर आज दूंगा कल दूंगा कह कर टालता रहा मृतक की पत्नी ने यह भी बताया कि पूर्व सरपंच दीपक के द्वारा बताया गया है कि 13 लाख रुपए को राजेश मेडिकल से संपर्क कर गुजरात सूरत के व्यक्ति को भेजा गया है जिस के कारण वे बहुत परेशान रहा करते थे।
मृत्यु के पूर्व रात्रि से देर रात्रि तक फोन लगातार बज रहा था और मेरे पति फोन उठाकर मेरे सामने बात नहीं करते थे बल्कि बाहर जाकर बात करते रहे और अंदर आने पर बहुत घबराए हुए थे और रात भर वो सो भी नहीं सके थे। यहां तक कि सुबह मृत्यु के बाद भी फोन आते रहे। ग्राम पंचायत सिरसी के कुछ व्यक्तियों के द्वारा शिकायत किया गया था जिसका जांच मृत्यु दिनांक को होना था और उसी दिन शिकायतकर्ताओं का फोन भी बार-बार आता रहा उन्होंने रिपोर्ट में कहा है कि जांच न कराने के नाम पर पैसा का मांग कर रहे थे उन्होंने मृत्यु से पहले उक्त पंचायत के वार्ड पंच आशीष गुप्ता जो शिकायत कर्ता भी है उन्हें फोन पे के माध्यम से 8 हजार रुपए ट्रांसफर किए थे।उन्होंने अंत में लिखा है कि तनवीर के अलावा ग्राम के अन्य शिकायतकर्ता भी परेशान किया करते थे इस कारण मानसिक रूप से प्रताड़ित होकर ऐसा कदम उठाया है।
मृतक सचिव के पिता के रिपोर्ट के अनुसार ग्राम के ही कई लोगों ने उनसे संपर्क कर बताया है कि पंचायत के राशि का गड़बड़झाला पूर्व सरपंच व तनवीर आलम ने दबाव बनाकर मृतक सचिव से कराया है। वही ग्राम पंचायत के कई लोगों के द्वारा पैसों का मांग भी करते थे और प्रताड़ित भी किया करते थे।जिसके कारण मेरे पुत्र ने आत्महत्या कर लिया। उन्होंने यह भी कहा है कि आशीष गुप्ता के द्वारा मुझे बताया गया कि उसके वेतन का राशि खाते में आने के तुरंत बाद किसी अन्य व्यक्ति के खाते में चला जाता था जिसके कारण उसके पास पैसा नहीं बचता था उसके आत्महत्या में यह भी प्रमुख कारण है। अपने लिखित रिपोर्ट में उन्होंने अन्य 2 - 3 बिंदुओं के माध्यम से राशि देने की बात कही है। पैसा लेनदेन की जानकारी ग्राम पंचायत के कई लोगों को है। सचिव के आत्महत्या के पीछे क्या कारण है यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।
मर्ग क्रमांक 27 थाने में पंजीबद्ध है उसी संबंध में मृतक के पिता व पत्नी द्वारा अलग अलग आवेदन पत्र दिया गया है जिसकी जांच की जाएगी:-- सी. पी. तिवारी, थाना प्रभारी झिलमिली।