@छत्तीसगढ़
विभाग कर रहा मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री को गुमराह अन्य कैडर कि केंद्र के समान वेतनमान कि मांग को भी किया शामिल वेतनविसंगति रहेगी प्रदेश में स्वास्थ्य संयोजकों का आंदोलन से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है स्वास्थ्य संयोजको कि वेतनविसंगति कि प्रमुख गांग स्वास्थ्य मंत्री से चर्चा उपरांत भी विभागीय अधिकारीयों के लापरवाही के कारण निराकरण नहीं हो पाया है। विभाग द्वारा स्वास्थ्य विभाग में हड़ताल में बैठे स्वास्थ्य संयोजकों से चर्चा उपरांत मांगो के संबंध में एकल प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजने का आश्वासन दिया गया किन्तु हड़ताली कर्मचारीयों को अनभिज्ञता में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने 23 कैडर का प्रस्ताव शासन को भेज दिया, जिसके कारण स्वास्थ्य संयोजको कि वेतन विसंगति दूर करने में आने वाला बजट 15 करोड़ से बढ़कर 23 कैडर कि केंद्र के समान वेतनमान मांग के कारण 100 करोड़ पार हो गया है और शासन निर्णय नहीं ले पा रही है। स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ छ.ग. के प्रदेश अध्यक्ष टारजन गुप्ता एवं प्रदेश सचिव प्रवीण डीडवंशी ने संयुक्त रूप से कहा कि हड़ताल में स्वास्थ्य संयोजक है. विभाग में वेतन विसंगति स्वास्थ्य संयोजको कि है, कांग्रेस के घोषणापत्र में संघ के नाम के साथ मांग को शामिल किया गया है एवं वेतनवसंगति दूर करने के लिए वर्ष 2015-16 में एकल कैडर का वार्षिक बजट लगभग 15 करोड़ के साथ प्रस्ताव तैयार किया गया था, जिसको पूर्ण करने कि मांग को लेकर स्वास्थ्य संयोजक आंदोलनरत है। विभाग द्वारा स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत अन्य 22 कैडर जो केंद्र के समान वेतनमान कि गांग कर रहे है जिसमे टैक्नीशीयन को 4200-4300-4400 ग्रेड पे कि मांग शामिल है, जो कि छ.ग. प्रदेश कि किसी भी विभाग में तृतीय वर्ग कर्मचारीयों को नहीं दिया जा रहा है कि गांग को अनुमोदन कर भेजा गया है, जिसे सामान्य प्रशासन एवं वित्त विभाग पूर्व में अस्वीकृत कर चूका है। विभागीय अधिकारीयों द्वारा मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री को गुमराह कर आंदोलन को लंबा खीचा जा रहा है ताकि वर्तमान कि कांग्रेस सरकार कि छवि खराब हो स्वास्थ्य संयोजकों ने इसमें मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री को संज्ञान लेकर स्वास्थ्य संयोजको कि वेतनविसंगति दूर कर समतुल्य कैडर अनुरूप वेतनमान प्रदान कर अपने घोषणापत्र के वादे पूरे करने का निवेदन किया है।
हाथों में गंगाजल लेकर स्वास्थ्य संयोजको ने लिया शपथ ;हमारी मांगे नही होगी पूरी तो किसी भी पार्टी को वोट नही देने का लिया संकल्प...
स्वास्थ्य संयोजको का अनवरत हड़ताल जारी है प्रदेश के 15000 ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक ,सुपरवाइजर ,बीईटीओ अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए धरना स्थल पर अड़े हुए है आज हड़ताल के 8 वे दिन भी स्वास्थ्य संयोजको ने कांग्रेस की प्रदेश सरकार को उसी के अंदाज में आइना दिखा कर उनकी घोषणा पत्र को याद दिलाया है 2018 के चुनावों में उतरने से पहले जिस कांगेस सरकार ने हाथों में पवित्र गंगाजल को लेकर अपने चुनावी घोषणापत्र में शामिल एक एक वादे को पूरा करवाने गंगाजल की कसम खायी थी तो प्रदेश के कर्मचारी इनकी चिकनी चुपड़ी बातों में आ गयी और कांग्रेस की सरकार को पूर्ण सरकार के साथ प्रदेश में लेकर आई लेकिन इनके वादे चुनावी जुमले साबित हुए जिससे प्रदेश के 15000 स्वास्थ्य संयोजक अपने आप को ठगा महसूस कर रहे है लेकिन आज स्वास्थ्य संयोजको ने गंगाजल हाथ मे लेकर शपथ लिया है कि अगर स्वास्थ्य संयोजको की 6 सूत्रीय मांगे पूरी नही होती तो आने वाले चुनावों में किसी भी पार्टी को समर्थन नही दिया जाएगा |इस विषय पर संयुक्त रूप से संघ के प्रदेश अध्यक्ष टार्जन गुप्ता ,प्रांतीय सचिव प्रवीण ढिंढवंशी ,प्रदेश आईटी सेल प्रभारी सुरेश पटेल सह प्रभारी संतलाल साहू ने कहा कि स्वास्थ्य संयोजको की मांगों पर निर्णय नही लिया गया तो ये भीष्म प्रतिज्ञा पूरी करने स्वास्थ्य संयोजक कोई कसर नही छोड़ेंगे।