@छत्तीसगढ़
सरकार के वादाखिलाफी से नाराज स्वास्थ्य संयोजको ने जूम बैठक में लिया गया...
अनिश्चितकालीन हडताल करने का निर्णय, प्रदेश कि स्वास्थ्य सेवाएं होगी प्रभावित...
कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र में शामिल स्वास्थ्य संयोजको कि लंबित मांग पूरी नहीं होने, कोरोना काल से अनवरत बिना अवकाश के कार्य करते हुए स्वास्थ्य कर्मीयों को विशेष कोरोना भत्ता कि घोषणा के बाद भी अमल में नहीं लाने स्वास्थ्य कर्मियों के वेतनमान में वृद्धि के वादे के बाद भी छत्तीसगढ़ के कोरोना योद्धाओं कि अनदेखी से नाराज प्रदेश के स्वास्थ्य संयोजकी ने अनिश्चितकालीन आंदोलन का मूड बना लिया है।
संघ के प्रांताध्यक्ष टारजन गुप्ता एवं प्रदेश सचिव प्रवीण ढीड़वशी ने बताया कि प्रदेश के स्वास्थ्य कर्मी 21 मार्च 2022 से अनिश्चितकालीन आंदोलन करेंगे, जिससे पूरे प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र के 5200 उप स्वास्थ्य केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कि स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होगी । प्रदेश के 5200 उप स्वास्थ्य केंद्र छत्तीसगढ़ के 20199 ग्राम कि जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराती है, जिसमे नियमित गर्भवती माताओं एवं बच्चों का टीकाकरण प्रमुखता से शामिल है साथ ही प्रसव, टी.बी., कुष्ठ, मलेरिया एवं सामान्य बीमारीयों का प्राथमिक उपचार व्यवस्था स्वास्थ्य संयोजको द्वारा किया जाता है। प्रदेश कि ग्रामीण जनता पूरी तरह से स्वास्थ्य सेवाओं के लिए उप स्वास्थ्य केंद्रों पर आश्रित है ऐसे में स्वास्थ्य संयोजकों के हड़ताल में जाने से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित हो सकती है।
स्वास्थ्य संयोजको कि प्रमुख मांग मे समान शैक्षणिक योग्यता एवं प्रशिक्षण के आधार पर विभाग में समकक्ष कैडर के समतुल्य वेतनमान सम्मानजनक पदनाम प्रदेश के सभी उप स्वास्थ्य केंद्रों में कलेक्टर दर पर वार्ड आया / सफाई कर्मी कि नियुक्ति ऑनलाईन डाटा एंट्री के अतिरिक्त कार्य हेतु प्रतिमाह 5000 रु डाटा एंट्री भत्ता, हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर में सीएचओं के आधार पर इंसेटीव में वृद्धी, एवं मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री के घोषणाअनुरूप विशेष कोरोना भत्ता प्रमुखता से शामिल हैं।