@इंदौर
मध्य प्रदेश के इंदौर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां छात्रों ने मेडिकल एग्जाम में नकल के लिए सारी हद पार कर दी और सर्जरी कराकर ब्लूटूथ को अपने काम में ही फिट करा लिया.
फिलहाल आरोपी छात्र पकड़े गए हैं और कॉलेज प्रशासन दोनों के खिलाफ केस दर्ज कराने की तैयारी कर रहा है.
क्या है मामला
दरअसल इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के छात्रों की परीक्षाएं चल रही हैं. परीक्षा शुरू होने के करीब 65 मिनट बाद कॉलेज में जबलपुर मेडिकल यूनिवर्सिटी की गोपनीय टीम ने छापा मारा. इस दौरान टीम को एक छात्र के पास से मोबाइल फोन मिला. जब उससे मोबाइल को लेकर सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने जो खुलासा किया, उसे सुनकर वहां हर कोई हैरान रह गया.
दरअसल छात्र ने बताया कि उसने सर्जरी करवाकर ब्लूटूथ को अपने कान में फिट कराया हुआ है.ऐसा उसने इसलिए किया ताकि किसी को ब्लूटूथ दिखाई ना दे. छात्र ने बताया कि उसके एक और साथी ने भी माइक्रो डिवाइस लगा रखी है. जिसके बाद यूनिवर्सिटी की टीम ने उस छात्र को भी पकड़ लिया.
इस मामले में कॉलेज प्रशासन की तरफ से भी लापरवाही सामने आई है. दरअसल जिस कमरे से छात्र को पकड़ा गया है, वहां 20 छात्रों पर सिर्फ एक महिला टीचर ही निगरानी के लिए मौजूद थीं. नियमानुसार ड्यूटी पर एक महिला टीचर और एक पुरुष टीचर होने चाहिए. चूंकि निगरानी के लिए सिर्फ एक महिला टीचर ही तैनात थीं, ऐसे में वह छात्रों की तलाशी नहीं ले सकीं और इसी लापरवाही के चलते छात्र कक्षा में मोबाइल लेकर आ गए.
बता दें कि पकड़े गए दोनों छात्र देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज के हैं. यह मेडिकल कॉलेज 4 साल पहले जबलपुर की मेडिकल यूनिवर्सिटी में शिफ्ट हो चुका है. पकड़े गए छात्रों का फाइनल एग्जाम था. वहीं छात्रों को सर्जरी कर ब्लूटूथ लगाने वाले डॉक्टर से भी पूछताछ की जा सकती है.