@अर्जुन्दा
एक दिसम्बर सतनाम दीपोत्सव गुरु पर्व के पावन अवसर पर ग्राम डुड़िया में समस्त सामाजिक बंधुओं की उपस्थिति में सादगी पूर्वक सतनाम दीपोत्सव पर्व मनाया गया,,
जिसका मुख्य उद्देश्य कि सतनामी समाज के लोगों में सतनामी समाज के प्रति एकीकरण समाजिक एकता एवं अखंडता के प्रति समाज के लोगों में जागरूकता और सतनाम धर्म के प्रति आस्था और विश्वास जागृत कर समाज को एकता के सूत्र में बांधने का कार्य किया जा रहा है। समाज की एकता ही सभी समस्याओं का हल है। समाज की एकता और संगठन सर्वोपरि है।
मनखे-मनखे एक समान के द संदेश को जीवन में आत्मसात करने का लिया संकल्प
स्थानीय सामाजिक बंधुओं के माध्यम से सत्य के प्रतीक जैतखाम पर दीपक प्रज्वलित कर पूजा अर्चना कर समस्त मानव समाज को संदेश दिया गया कि हमें दीपक की तरह सदैव जलते रहना है,अंधकार से प्रकाश की ओर सदैव बढ़ते रहना है,,
और बाबा गुरू घासीदास जी के बताए मार्ग और उपदेशों को अपने जीवन में आत्मसात कर सत्य के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। मांसाहारी भोजन का त्याग कर सात्विक भोजन को अपने खान-पान में शामिल करें।
ज्ञात हो कि सतनामी समाज के द्वारा गुरु आगमन की खुशी में दिसम्बर माह के पहली तारीख को समस्त सतनामी समाज दीपक जलाकर दीपोत्सव गुरु पर्व मनाते हैं,दिसम्बर माह की शुरुआत करतें है,अभिनन्दन करतें हैं,,
नव प्रवेशी बच्चों को कापी📚 पेन 🖊️भेंट कर कराया गया मुंह 🍬मीठा
कक्षा पहली में नव प्रवेशी बच्चों को कापी और पेन प्रदान कर मुंह मीठा कराया गया। और समाज के बच्चों को आगे शिक्षा की ओर अग्रसर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। समाज की एकता और उन्नति के लिए शिक्षा बहुत ही महत्वपूर्ण है। शिक्षा के बिना मनुष्य पशु के समान है। बच्चे शिक्षित होंगे तो समाज शिक्षित होगा और आगे प्रगति करेगा।
आगे सतनामी समाज के समस्त सामाजिक बंधुओ के द्वारा 18 दिसम्बर को गुरु घासीदास बाबा जी की जयंती बड़े ही धूमधाम से पूरे राष्ट्रीय स्तर से लेकर राज्य स्तर,पर मनाया जाएगा।।
जिसमें ग्राम डुड़िया के समाजिक भंडारी श्री जीतराम टंडन, समाजिक कार्यकर्ता श्री आर.एल.बंजारे (शिक्षक), महादेव देशलहरे, यशवंत कुमार टंडन समाजिक कार्यकर्ता तामेश्वरी बंजारे, कोमल बंजारे, बलराम टंडन, श्रीमती सविता टंडन, श्रीमती चंपा टंडन, और बड़ी संख्या में सतनामी समाज की माताएं बहनें युवा शामिल हुए।