@बालोद
भारतीय जनता पार्टी के बालोद जिले के किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष तोमन साहू ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल और राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए कर्मचारियों के महंगाई भत्ते को देने की मांग की है ज्ञात हो कि कोरोना कॉल में राहुल गांधी के द्वारा कर्मियों को महंगाई भत्ता ना देना अमानवीय बताया गया था अब उनके ही पार्टी के सरकार द्वारा यह कार्य किया जाना प्रतीत हो रहा है। जिलाध्यक्ष तोमन साहू का कहना है कि अब कोरोना का प्रकोप भी लगभग शांत हो गया है और छत्तीसगढ़ के आय के साधन भी पड़ोसी राज्यो से अधिक है इसके बावजूद भी कर्मचारियों को महंगाई भत्ता ना देना मुख्यमंत्री के असंवेदनशीलता को प्रदर्शित करता है जबकि कम आय के बावजूद भी लगभग सभी पड़ोसी राज्यो ने केंद्र के समान महगाई भत्ता अपने कर्मचारियों को देना प्रारम्भ कर दिया है। मुख्यमंत्री एक तरफ तो महंगाई का रोना रोकर जगह जगह धरने देने का नाटक करते है वही दूसरी तरफ किसी भी कर्मियों का महंगाई भत्ता देने में आनाकानी कर रहे है और कमेटी गठन कर कर्मियों को केवल ठगने का काम ही कर रहे है। और ना ही राज्य में पेट्रोल डीजल पर वेट कम कर रहे है इस प्रकार छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के करनी और करनी में स्पष्ट रूप से अंतर नजर आ रहा है।