कश्मीर में आतंकवादियों ने शनिवार 16 अक्टूबर को 2 आम नागरिकों की गोली मारकर हत्या कर दी. एक पर श्रीनगर में तो दूसरे पर पुलवामा में हमला किया गया. दोनों पर गोली चलाई गई. दोनों ग़ैर-कश्मीरी थे. एक मृतक की पहचान 30 साल के अरविंद कुमार के रूप में हुई है. अरविंद कुमार बिहार के रहने वाले थे और श्रीनगर में ठेला लगाकर अपना व्यवसाय चला रहे थे. अरविंद को गोली लगने के बाद अस्पताल ले जाया गया, जहां पहुंचते-पहुंचते उन्होंने दम तोड़ दिया।
वहीं उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के रहने वाले सागिर अहमद पर पुलवामा में हमला हुआ. वह कारपेंटर का काम करते थे. सागिर गंभीर रूप से घायल हुए और अस्पताल में भर्ती कराकर उनका इलाज शुरू कराया गया. लेकिन कुछ ही देर में उन्होंने भी दम तोड़ दिया.
कश्मीर के IG विजय कुमार ने इसकी पुष्टि भी की है. कश्मीर ज़ोन पुलिस ने बताया कि फिलहाल दोनों घटनास्थलों को खाली करा लिया गया है और तलाशी चल रही है.
J&K: An incident of firing reported at Eidgah area of Old Srinagar city. Details awaited.
— ANI (@ANI) October 16, 2021
श्रीनगर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया,
श्रीनगर में हुए आतंकी हमले में रेहड़ी लगाने वाले अरविंद कुमार के मारे जाने की कड़ी निंदा करता हूं. एक नागरिक को इस तरह निशाना बनाए जाने का यह एक और मामला है. अरविंद कुमार केवल कमाई के अवसरों की तलाश में श्रीनगर आए थे. यह निंदनीय है कि उनकी हत्या कर दी गई.
Strongly condemn the killing of street vendor Arvind Kumar in a terror attack in Srinagar today. This is yet another case of a civilian being targeted like this. All Arvind Kumar did was come to Srinagar in search of earning opportunities & it’s reprehensible that he was murdered
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) October 16, 2021
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और PDP की नेता महबूबा मुफ्ती ने कहा-
स्ट्रीट वेंडर पर आज हुए हमले की कड़ी निंदा करते हैं, जिसने दुखद रूप से दम तोड़ दिया. इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं रचनात्मक बातचीत शुरू करके जम्मू-कश्मीर के लोगों तक पहुंचने की तत्काल आवश्यकता को पुष्ट करती हैं.
Strongly condemn today’s attack on a street vendor who sadly succumbed. Such unfortunate incidents only reinforce the immediate need to reach out to the people of J&K by initiating a constructive dialogue.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 16, 2021
इंडिया टुडे की ख़बर के मुताबिक 16 अक्टूबर, शनिवार को ही पुलवामा के काकापोरा पुलिस स्टेशन पर भी कुछ अज्ञात लोगों ने ग्रेनेड से हमला करने की कोशिश की. हालांकि इसमें किसी तरह की क्षति की जानकारी नहीं आई है।
सिविलियन पर बढ़े हमले :
बता दें कि इस घटना से पहले ही कश्मीर में इस महीने में ही कम से कम 7 आम नागरिकों की हत्या हो चुकी है. मारे गए लोगों में 5 स्थानीय हिंदू या सिख समुदायों के थे और 2 ग़ैर-स्थानीय हिंदू मजदूर थे. लगातार हो रही सिविलियंस की हत्याओं से तमाम आशंकाएं भी पनपने लगी हैं. 7 अक्टूबर को आतंकियों ने एक सरकारी स्कूल में घुसकर गोलीबारी की थी. हमले में स्कूल की प्रिंसिपल सतिंदर कौर और टीचर दीपक चांद की मौत हो गई थी. दीपक कश्मीरी पंडित थे, जबकि सतिंदर सिख थी. इससे दो दिन पहले श्रीनगर में नामी फार्मासिस्ट माखन लाल बिंद्रू की उनकी दुकान में गोली मारकर हत्या की गई थी. 90 के दशक में जब आतंकियों के डर से हजारों कश्मीरी पंडित पलायन कर गए थे, तब भी बिंद्रू परिवार कश्मीर में डटा रहा था. पिछले एक साल में आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों से ज्यादा आम नागरिकों को निशाना बनाया है. इन्हीं हत्याओं से जुड़े मामलों में अभी हाल ही में पूरे कश्मीर से करीब 570 लोगों को हिरासत में लिया गया था।
सोर्स : वेब न्यूज़ (द लल्लनटॉप)