पोस्ट ऑफिस की तरफ से दो तरह की फ्रेंचाइजी दी जाती हैं. इसमें पहली फ्रेंचाइजी आउटलेट की है और दूसरी पोस्टल एजेंट्स फ्रेंचाइजी है. आप इसमें से कोई सी भी फ्रेंचाइजी ले सकते हैं. इसके अलावा ऐसे एजेंट्स जो शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पोस्टल स्टैम्प्स तथा स्टेशनरी घर-घर पहुंचाते हैं. इसको पोस्टल एजेंट्स फ्रेंचाइजी के नाम से जाना जाता है. बता दें कि फ्रेंचाइजी लेने के लिए आपको सिर्फ 5000 रुपये खर्च करने होंगे. फ्रेंचाइजी मिलने के बाद आप कमीशन के जरिये कमाई कर सकते हैं. यह आपके काम पर निर्भर करता है कि आप कितनी कमाई कर सकते हैं।
कौन-कौन ले सकता है फ्रेंचाइजी :
1. फ्रेंचाइजी लेने वाले व्यक्ति की आयु 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए.
2. कोई भी भारतीय नागरिक पोस्ट ऑफिस की फ्रेंचाइजी ले सकता है.
3. फ्रेंचाइजी लेने वाले व्यक्ति के पास किसी मान्यता प्राप्त स्कूल से 8वीं पास का सर्टिफिकेट होना जरूरी है.
4. फ्रेंचाइजी का आवेदन करने के लिए सबसे पहले फॉर्म भरकर सब्मिट करना होगा.
5. सेलेक्शन होने पर इंडिया पोस्ट के साथ एक MoU साइन करना होगा
कैसे कर सकते हैं फ्रेंचादजी के लिए अप्लाई :
इसके अलावा इस फ्रेंचाइजी के लिए आप पोस्ट ऑफिस का ऑफिशियल नोटिफिकेशन पढ़ लें और ऑफिशियल साइट से ही आवेदन करें. आवेदन करने के लिए आप ऑफिशियल लिंक (indiapost.gov.in/VAS/DOP_PDFFiles/Franchise.pdf) पर क्लिक कर सकते हैं. यहां से आप फॉर्म डाउनलोड करके फ्रेंचाइजी के लिए आवेदन कर सकते हैं. बता दें कि चुने गए लोगों को पोस्टल डिपार्टमेंट के साथ एमओयू साइन करना होता है. इसके बाद ही वह ग्राहकों को सुविधाएं दे सकेंगे. पोस्ट ऑफिस की फ्रेंचाइजी से कमाई कमीशन पर होती है. इसके लिए पोस्ट ऑफिस की तरफ से मिलने वाले प्रोडक्ट और सर्विस दी जाती है. इन सभी सर्विस पर तय कमीशन दिया जाता है।
एमओयू में कितना तय होता है कमीशन :
1. रजिस्टर्ड आर्टिकल्स की बुकिंग पर 3 रुपये
2. स्पीड पोस्ट आर्टिकल्स की बुकिंग पर 5 रुपये
3. 100 से 200 रुपये के मनी ऑर्डर की बुकिंग पर 3.50 रुपये
4. हर 200 रुपये से ज्यादा के मनी ऑर्डर पर 5 रुपये
5. हर माह रजिस्ट्री और स्पीड पोस्ट के 1000 से ज्यादा बुकिंग पर 20 फीसदी अतिरिक्त कमीशन
6. पोस्टेज स्टांप, पोस्टल स्टेशनरी और मनी ऑर्डर फॉर्म की बिक्री पर सेल अमाउंट का 5 फीसदी
7. रेवेन्यू स्टांप, सेंट्रल रिक्रूटमेंट फी स्टांप्स आदि की बिक्री समेत रिटेल सर्विसेज पर पोस्टल डिपार्टमेंट को हुई कमाई का 40 फीसदी