@ बालोद// पीयूष कुमार साहू।।
वर्तमान समय मे हम सभी वैश्विक महामारी कोविड19 (कोरोना) के प्रहार को झेल रहे है। और सबसे बड़ी बात यह कि हम सभी का मानवीय कर्तव्य है कि सभी मिल जुल कर इस संकट के समय मे कंधे से कंधा मिलाकर एक दुसरे का सहयोग करते हुए मानवीय संवेदना का परिचय देते मानवता की रक्षा मे अपनी भुमिका का निर्वहन करे। परन्तु इस घोर विपदा के समय भी हमारे चारो ओर कुछ ऐसी विसंगति देखने को मिल रही है जो मानव मात्र के लिए भयावह स्थिति को जन्म देती है।उनमे से एक सोशल मिडिया पर तथाकथित लोगो का बिन जरूरी फेक न्यूज़ बनाकर दावा करने का कुचक्र और बिन मतलब का ज्ञान बांटना शामिल है। इसी तरह का फेक न्युज पिछले सप्ताह होम्योपैथी मेडिसन Aspidosperma Q का सोशल मिडिया पर यह कहकर मेसेज वायरल किया गया है कि यह आक्सीजन लेबल बढ़ाता है।किसलय होम्योपैथी एवम् आयुर्वेद एजेन्सी के संचालक पारंपरिक नाड़ी बैद्य पुरुषोत्तम सिंह राजपूत का कहना है कि होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति की सबसे बड़ी सिद्धांत यह है कि दवा का चुनाव लक्षण के आधार पर होता है न कि रोग के आधार पर। होम्योपैथी हमेशा से समः समं समयति के सिद्धांत का पालन करती है। उक्त दवा Aspidosparma Q का प्रयोग भी लक्षण के आधार पर ही हो और होम्योपैथी के जानकार की देखरेख मे हो तो ज्यादा बेहतर होगा।क्योंकि कोविड 19मे इन्फेक्शन के चलते फेफड़े मे ऐसे ही दुर्बलता आ जाती है और बिना लक्षण समझे औषधि का उपयोग उसी तरह के लक्षण को प्रकट कर सकती है जो कि स्वास्थ के लिए प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है। नाडी वैद्य राजपुत ने कहा कि वर्तमान मे हम सभी भ्रामक प्रचार एवम् सोशल मिडिया मे छाये फेक न्यूज़ से बचते हुए कोविड 19 के गाइड लाइन का पालन करे, मास्क लगाये,फिज़िकल डिस्टेन्श का पालन करे,गरम पानी पीये, रोज भाप लेवें,सरसों का दो बूँद तेल नासा पुटो (नाक) मे डाले, गिलोय, हल्दी ,तुलसी दालचीनी मिलाकर काढ़े बनाकर सेवन करे,घर पर ही रहे बिन जरूरी घुमना फिर ना करे,भ्रामक प्रचार से बचे ,भारत मे निर्मित वैक्सीन को बारी आने पर जरूर लगवाये।