छात्र संगठन द्वारा सूरजपुर पीजी (PG) कॉलेज के प्राचार्य का फरमान वापस लेने की मांग...

छात्र संगठन द्वारा सूरजपुर पीजी (PG) कॉलेज के प्राचार्य का फरमान वापस लेने की मांग...

@अम्बिकापुर//शशी रंजन सिंह।। 
शासकीय रेवती रमण मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय सूरजपुर के प्राचार्य डॉ एस एस अग्रवाल सूरजपुर कोविड मरीजों की संख्या को देखते हुए भी महाविद्यालय के कर्मचारियों शैक्षणिक गतिविधि के लिए कैंपस बुला रहें हैं। प्राचार्य एक तरफ उच्च शिक्षा विभाग के आदेशों का धज्जियां उड़ा रहें हैं और वहीं जिलाधीश सूरजपुर के आदेश की अवमानना कर रहे हैं।

 अजीत जोगी छात्र संगठन के संभागीय अध्यक्ष श्री रचित मिश्रा ने कोरोना महामारी के दौर में जारी 31 मई तक के लाक डाउन के बावजूद ऐसे फरमान पर आपत्ति जताई है। स्वयं महाविद्यालय के प्राचार्य के परिवार समेत महाविद्यालय के 13 कर्मचारियों-अधिकारियों के साथ ही इनके परिवार वालों को कोविड है । फिर भी प्राचार्य अन्य सुरक्षित स्टाफ की जान को जोखिम में डाल रहें हैं।


अप्रैल से लागू लाक डाऊन के समय भी चार कर्मचारियों-अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। जिसमें 03 व्यक्ति पाज़िटिव हो गए थे।जहां एक ओर विश्वविद्यालय बंद है, परीक्षा परिणाम से लेकर परीक्षा फार्म भी अधर में है । तथा महामारी के दौर में सरगुजा संभाग पूरी तत्परता से लाक डाउन है ऐसे में यह तुगलकी फरमान गलत है।

ज्ञात हो कि लाक डाउन संबंधि आदेश में भी महाविद्यालय के खोलने संबंधित कोई विशेष उल्लेख नहीं है, जैसा नियम अप्रैल से लागू रहा है वही 31 मई तक यथावत रखा गया है। 

ऐसे में प्राचार्य एवं महाविद्यालय के एक प्राध्यापक वाट्सएप पर कर्मचारियों-अधिकारियों को फरमान मैसेज भेज रहे हैं। जिसका स्क्रीनशाट छात्र संगठन ने जारी किया है।
छात्र संगठन ने स्वास्थय मंत्री श्री टी एस सिंहदेव व उच्च शिक्षा सचिव श्री धनंजय देवांगन से निवेदन किया है कि उक्त फरमान के सत्यता की जांच कर निरस्त करवाया जाए अथवा सूरजपुर महाविद्यालय के कर्मचारियों-अधिकारियों को फ्रंटलाईन घोषित कर टीकाकरण समेत अन्य सुविधाएं देने का फैसला लिया जाए।

संभागीय अध्यक्ष द्वारा जिलाधीश सूरजपुर को ज्ञापन प्रेषित किया गया, जिसपर जिलाधीश ने जांच कराने का आश्वासन दिया है।
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