छत्तीसगढ़ के पाटेश्वर धाम बना ऑनलाइन(Online )सत्संग का केंद्र... देर किस बात की आप भी जुड़ सकते हो ऑनलाइन सत्संग में...

छत्तीसगढ़ के पाटेश्वर धाम बना ऑनलाइन(Online )सत्संग का केंद्र... देर किस बात की आप भी जुड़ सकते हो ऑनलाइन सत्संग में...

PIYUSH SAHU (BALOD)
@बालोद//सीएनबी लाइव न्यूज़।।
"हरि अनंत हरि कथा अनंता कहहिं सुनहिं बहुबिधि सब संता"
      भगवान के रूप अनंत उनकी कथा भी अनंत है  जो की आदि अनादि काल से चलती आ रही है, भगवान के विविध रूपों और उन्हीं की कथाओं से परिपूर्ण ऑनलाइन सत्संग का आयोजन राम बालक दास  के द्वारा प्रतिदिन प्रातः 10:00 बजे उनके विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुपों में किया जाता है, जिसमें विभिन्न ग्रंथों से संबंधित विभिन्न दोहा चौपाइयों से भक्ति गण अपनी जिज्ञासाओं को बाबाजी के समक्ष रखकर उनका समाधान प्राप्त करते हैं एवं भगवान के विविध रूपों का ज्ञान भी प्राप्त करते हैं, उनकी विभिन्न अवतारों का क्या उद्देश्य है और मानव जाति पर इसका क्या प्रभाव पड़ा यह भी सभी को ज्ञात होता है और कलयुग में उसके द्वारा हम किस तरह से प्रेरणा लेकर अपने जीवन को संचालित कर सकते हैं यह भी बाबा जी सभी को संदेश प्रदान करते हैं।
            आज के सत्संग परिचर्चा में रामफल  ने जिज्ञासा रखी की  हरि माया कर अमिति प्रभावा विपुल  बार जेहि  मोहि  नचावा  ब्रह्मा जी कहते हैं यह माया मुझे भी बहुत नचाया है  सो इस पर प्रकाश डालने की कृपा हो ।
 बाबा ने इसके भाव को स्पष्ट करते हुए बताया कि ब्रह्मा जी एक युग के नहीं चतुर्युगी है वह हर युग में जीते आए हैं वह अमर माने गए हैं और भगवान हरि हर युग में अवतार लेते आए हैं रामचरितमानस में काग भुसुंडि जी कहते हैं कि हर युग में भगवान ने ब्रह्मा जी को अपने माया से प्रभावित किया है राम जी ने भी सतयुग में तो द्वापर युग में कृष्ण भगवान जी ने भी बहुत सी लीला कर माया से उन्हें प्रभावित किया इसीलिए कभी भी हमें अहंकार नहीं करना चाहिए और यह नहीं सोचना चाहिए कि माया हमारा क्या बिगाड़ सकते हैं जब ब्रह्मा जी भगवान की माया से बच नही पाए तो हम तो मानव मात्र है इसलिए हमेशा प्रभु की शरण में जाना ही हमारे लिए उत्तम है।
 मधुर मधुर  भजनों एवं मानस  की चौपाइयों से परिपूर्ण आज का सत्संग पूर्ण हुआ।
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