मिली जानकरी के मुताबिक चौकी इंचार्ज सूर्य कुमार शुक्ला (33) पिता की जगह मृतक आश्रित में वर्ष 2018 में भर्ती हुए थे। जुलाई 2020 में इंदरगढ़ थाने से तबादला होकर सुर्सी चौकी इंचार्ज बने थे। वह बाराबंकी जिले के रामनगर थाना अंतर्गत अमौली कला गांव के रहने वाले थे। नवंबर माह में लखनऊ (बंथरा) में नेहा तिवारी से शादी हुई थी। पत्नी एक माह से मायके में हैं। बुधवार सुबह सुर्सी चौकी में चाचा और बड़े भाई सतीश शुक्ला आए थे। सतीश ने बताया कि दोपहर में सूर्य कुमार की तबीयत खराब हो गई थी। उन्हें उलझन होने लगी। इसपर वे मेडिकल कालेज ले आए। कोविड टेस्ट निगेटिव रहा। दवा लेने के बाद शाम को चौकी पर आ गए।
वही इसके बाद सूर्य कुमार ने तहरी बनाई। सभी ने तहरी खाई। देर शाम सूर्य कुमार सास से फोन पर बात कर रहे थे। बातचीत में पत्नी नेहा तिवारी के एक माह से मायके में होने की बात उठी। भाई का आरोप है कि उधर से कहा जा रहा था कि तुमने मारपीट की, सूर्य कुमार कह रहे थे मैंने नहीं मारा इसी बात पर तकरार होते-होते सूर्य कुमार ने रिवाल्वर को कनपटी पर सटाकर गोली मार ली। गोली की आवाज सुनकर वह लोग और अन्य पुलिसकर्मी भी दौड़ पड़े। परिसर छोटा होने की वजह से आवाजें सुनाई दे रही थीं। मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
इसके साथ ही सीओ दीपक दुबे ने बताया कि प्रथम दृष्टया पारिवारिक समस्या की वजह से गोली मार लेने की बात सामने आ रही है। पुलिस छानबीन कर रही है। घटना की सूचना मिलने पर सीओ और आसपास थाने की फोर्स मौके पर पहुंची। फोरेंसिक टीम भी जांच में जुट गई है।