@बलरामपुर//कमल चंद साहू।।
विश्वव्यापी करोना महामारी नें हमें स्वक्षता का महत्त्व बखूबी सिखाया है पर इन सब के बावजूद भी कई ऐसे मामलों में अभी भी स्वक्षता का महत्व हम नहीं समझ सके हैं। कुछ ऐसा ही हाल है ग्राम पंचायत सरना का जहाँ कई जगहों पर गंदगी व अव्यवस्था फैली हुई है, जिसकी वजह से छोटे बच्चे अक्सर बीमारी की चपेट में आ रहे हैं।
इस गावं में कई लोग बीमारियों से ग्रस्त हैं, इसका कारण चारों तरफ पसरा गंदगियों का अम्बार भी हो सकता है, बरसात के मौसम में लोगों को कुछ ज्यादा ही गंदगी व अव्यवस्था का सामना करना पड़ता है, विगत वर्ष बीमारी व पेयजल स्वच्छ न होनें के कारण ग्रामीण गंभीर बीमारी के शिकार भी हुए थे, फिर भी जनप्रतिनिधि व शासन-प्रशासन मूकदर्शक बन देख रहे हैं। अगर समय रहते गन्दगी पर ध्यान केंद्रित नहीं किया गया तो इस वर्ष भी गंभीर बीमारी की चपेट में आनें से कई ग्रामीणों के जान-माल की हानि होना लाजमी है, यहाँ की स्वछता का आलम ये है की ग्रामीणों को गर्मी में भी राहत नहीं है।
भले ही इससे कोरोना वायरस जैसी गंभीर बीमारियों का सम्बन्ध न हो परन्तु इस गंदगी से हवा, पानी व मिट्टी सभी दूषित हो रहे हैं, जिसे कई अन्य बीमारियों की आशंका को नजरअंदाज भी नहीं किया जा सकता है। यहाँ जगह-जगह एकत्रित पानी व कूड़े के कारण मच्छर पनप रहे हैं जिससे ग्रामीणों तथा विशेष तौर पर बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। इस सम्बन्ध में ग्रामीणों ने प्रशासन व जनप्रतिनिधियों से भी गुहार लगाई है, किन्तु इस मामले में कार्यवाही कब होती है ये तो वक़्त ही बताएगा।