@बलरामपुर//कमलचंद साहू।।
सरगुजा संभाग के बलरामपुर जिला अंतर्गत ग्राम पंचायत सरना में एक मुख बधिर व्यक्ति शंखलाल काशी का 27 मार्च को शाम के समय बाइक चालकों द्वारा लापरवाही पूर्वक ड्राइविंग करते हुए जबरदस्त ठोकर मार दी। ठोकर मारने से शंखलाल काशी का जो मूकबधिर व्यक्ति था घटनास्थल पर ही एक पैर टूट गया वह असहाय पीड़ा से चलने फिरने लायक नहीं था। ऐसी दशा में स्थानीय बुद्धिजीवी लोगों ने अपनी मानवता धर्म के नाते तत्काल निजी वाहन से रघुनाथ नगर हॉस्पिटल तथा वाड्रफनगर हॉस्पिटल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने रेफर कर दिया था। इसके पश्चात इलाज हेतु अंबिकापुर जिला चिकित्सालय में ले जाया जा रहा था इसी दौरान रास्ते में ही शंखलाल गूंगा ने दम तोड़ दिया।
इसके पश्चात अंबिकापुर में ही पोस्टमार्टम कराया गया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कल 28 मार्च को देर शाम लगभग 8-9 बजे मुक्तांजलि शव वाहन से मृतक के गृह ग्राम सरना में लाया गया। काफी रात हो जाने की वजह से दाह संस्कार नहीं हो सका। मृतक शंख लाल गूंगा का आज 29 मार्च को दाहसंस्कार रीति रिवाज के अनुसार किया गया। कल 28 मार्च को होलिका दहन का भी कार्यक्रम था। 28 मार्च को जो होलिका दहन किया गया था उस दहन से बचा हुआ राख को ध्रुव के रूप में उड़ाना था जिसका कार्यक्रम होने के बाद ही मृत शरीर का दाह संस्कार करना होता है ऐसा कुछ लोगों का मानना है। इसलिए आज कुछ विलंब से ही दाह संस्कार व अंतिम विदाई किया गया। इतना सब कुछ बीत जाने के बाद भी थाने में किसी भी तरह का एफ आई आर नहीं लिखा गया है। खामियाजा यह है कि मुक बधिर शंखलाल पिता झगरू अकेला रहकर जीवन व्यतीत करता था। मृत व्यक्ति का फोटो
आज 29 मार्च को सुबह थाने में देने के लिए कागज FIR तो बनाया गया था परंतु इस कागज को थाने में ले जाया तो गया लेकिन किसी जिम्मेदार स्टाफ नहीं होने की वजह से यह कागज जो f.i.r. के तौर पर बना था बिना रिसीव दिए ही रख लिया गया और उसका फोटोकॉपी को वापस बिना किसी साइन सील के वापस दे दिया गया है। वहां के स्टाफ का कहना है कि अंबिकापुर में जहां पोस्टमार्टम हुआ है वहां पुलिस वालों ने लिखा पढ़ी कर लिए हैं वह कागज हम लोगों के पास आएगा तब हम लोग बुलाकर एफ आई आर कर लेंगे। प्रतिनिधि द्वारा जब थाना रघुनाथ नगर के टीआई से जानकारी प्राप्त करना चाही तो उन्होंने बोले कि यहां आकर कोई FIR कर दे। यहां कोई एफ आई आर कराने नहीं आया है।
विडंबना की बात तो यह है कि मृतक के गृह ग्राम के थाने में अभी तक इतना क्रियाकलाप हो जाने के बावजूद भी मृतक के नसीब में एफ आई आर तक भी नहीं हो सका है।