वाड्रफनगर – बलरामपुर
जर्जर सड़क से परेशान होकर ग्रामीण उतरे प्रदर्शन पर।
लगभग 6 घंटे अंबिकापुर बनारस मुख्य मार्ग रहा जाम
जिम्मेदार अधिकारियों ने 15 अप्रैल तक का ग्रामीणों से मांगा समय तब जाकर हड़ताल हुआ समाप्त
सूरजपुर जिले एवं बलरामपुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र ग्राम पंचायत धोन्धा के ग्रामीणों ने आज सुबह अंबिकापुर बनारस मुख्य मार्ग के खस्ताहाल को लेकर चक्का जाम किया।
यह मामला सरगुजा संभाग के जिला सूरजपुर और बलरामपुर के सीमावर्ती क्षेत्र ग्राम पंचायत धोन्धा मे बनारस मुख्यमार्ग पर सड़क की स्थिति जर्जर हो जाने पर और सड़क की मरम्मत नहीं कराने पर ग्रामीणों द्वारा चक्का जाम किया गया वहीं ग्रामीणों ने कहा कि कांग्रेस सरकार में मोरन चौक से धोन्धा तक सड़क में लोगों का पैदल चलना मुश्किल हो गया है
मोरन चौक से धोन्धा तक लगभग 3 किलोमीटर चलने में आधा घंटा का समय तय करना पड़ा है वही क्षेत्रीय विधायक एवं स्कूल शिक्षा मंत्री का क्षेत्र होने के बाद भी सड़क का हाल बेहाल हो गया है इस सड़क पर जनप्रतिनिधि से लेकर मंत्री तक आना-जाना करते हैं ऐसे में सरकार की लापरवाही साफ दिखाई दे रही है सड़क की जर्जर स्थिति को लेकर मोरन चौक और धोन्धा में दो जगहों पर ग्रामीण द्वारा चक्का जाम किया गया जिससे वाहनों की लंबी कतार लगी रही।वहीं ग्रामीणों ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि शासन प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार की सुनवाई नहीं की गई है जिसके तहत आज हम सभी ग्रामीण अंबिकापुर बनारस मुख्य को चक्का जाम किए हालांकि लगभग 6 घंटे बाद अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग-समय लाल अम्बिकापुर द्वारा ग्रामीणों को लिखित अस्वासन दिया गया कि 15 अप्रैल तक कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। तब जाकर ग्रामीणों ने हड़ताल समाप्त किया।
चक्का जाम एवं धरना प्रदर्शन में गुलाब साव, ज्ञानचंद पटेल ,फुलेश्वर पटेल, प्रदीप गुप्ता, देवीदयाल पटेल, अरुण गुप्ता, सकलेस पटेल, सुशील गुप्ता, चुल्लू राम, नरसिंह पटेल, कमलेश परमार, गिरीश पटेल, कमलेश गुप्ता, राजा पटेल, अमर शाय, आनंद गुप्ता, मनोज पटेल, शिव गुप्ता, राम लखन गुप्ता ,रोहित पटेल सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।