आरोपी ओमप्रकाश ठाकुर वर्ष 2016 से लगातार नाबालिक पीड़िता के साथ दुष्कर्म करता आ रहा था. उसी दौरान युवती गर्भवती हो गई. इसकी जानकारी मिलने पर परिजनों से पीड़िता के साथ शादी करने की बात कही, लेकिन आरोपी ओमप्रकाश ठाकुर ने इंकार कर दिया।
आरोपी ओमप्रकाश के खेत में गांव की ही एक युवती काम करती थी. ओमप्रकाश ने नवरात्रि की रात युवती के साथ पहली बार दुष्कर्म किया. इसके बाद वो लगातार उसके साथ दुष्कर्म करता रहा. इस बीच युवती गर्भवती हो गई. मार्च 2020 में शारीरिक बदलाव नजर आने पर परिवार के लोगों के पूछने पर युवती ने पूरी घटना की जानकारी दी. युवती की मां ने इसकी जानकारी ओमप्रकाश ठाकुर को दी. उसने युवती का गर्भपात कराने की सलाह दी. इसके बाद शादी करने का झांसा भी दिया. आरोपी ओमप्रकाश ठाकुर और सरपंच पालेश्वर ठाकुर ने युवती व उनके परिजनों को राजनीतिक रौब दिखाकर युवती का गर्भपात करवा दिया. आरोपी पालेश्वर ठाकुर कांग्रेस पार्टी से जुड़ा है. वही अब पुलिस गर्भपात करने वाले डाक्टर और अस्पताल के खिलाफ विचेचना में जुट गई है।