कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारियां परखने बिलासपुर जिले के तीन केंद्रों में शनिवार को ट्रायल होगा। इसके लिए जिला प्रशासन मॉकड्रिल करेगा। प्रदेश के सात जिलों में मॉकड्रिल होना है। स्वास्थ्य विभाग ने अपनी पूरी तैयारी कर ली है। सीएमएचओ डॉ. प्रमोद महाजन ने बताया कि मॉकड्रिल के लिए बिलासपुर जिले में एक शहरी और दो ग्रामीण क्षेत्रों को केंद्र बनाया गया है। गांधी चौक सिटी डिस्पेंसरी, बिल्हा और दर्रीघाट में तीन केंद्र बनाए गए हैं । सभी केंद्रों में 10-10 स्टॉफ की ड्यूटी लगाई गई है। मॉकड्रिल का पूरा काम जिले के नोडल अफसर यानि कलेक्टर के निर्देशानुसार होगा । उन्होंने बताया कि राज्य स्तर पर इसके लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की गई है। मॉकड्रिल वाले सभी सातों जिलों के प्रभारी अपर कलेक्टरों और डिप्टी कलेक्टरों से विस्तृत चर्चा कर तैयारियों की जानकारी ली गई । साथ ही उन्हें बताया गया कि मॉकड्रिल के दौरान किन-किन गाइडलाइन का पालन करना है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा चयनित सेंटरों में सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक 25 लोगों पर मॉकड्रिल किया जाएगा। इनकी निगरानी के लिए हर समय एक डॉक्टर तैनात रहेगा। ‘’ मॉकड्रिल के लिए जिले के नोडल अधिकारी ने भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक बुलाई थी और तैयारियों का जायजा लिया है। पहले मॉकड्रिल की तारीख 4 जनवरी को निर्धारित की गई थी, इसके बाद इसे बदलकर 2 जनवरी किया गया है।
इन तैयारियों की होगी निगरानी
सीएमएचओ डॉ. महाजन ने बताया मॉकड्रिल के दौरान कोल्ड चेन मैनेजमेंट, वैक्सीन की सप्लाई, स्टोरेज और लॉजिस्टिक्स के साथ ही वैक्सीनेशन के लिए पहुंचे लोगों के वैक्सीनेशन साइट पर पहुंचने, उनकी एंट्री, रजिस्ट्रेशन, वैक्सीनेशन व आब्जर्वेशन में रखने की तैयारियों को बारीकी से देखा जाएगा। वैक्सीनेशन के दौरान को-विन एप में एंट्री से लेकर वैक्सीन लगाने में कितना समय लगता है। हरेक केंद्र में एक डॉक्टर, नर्स सहित 10 लोगों की ड्यूटी लगाई गई है।