सरगुजा में गन्ना परिवहन ठेकेदार पहुंचे न्यायालय के शरण में...

सरगुजा में गन्ना परिवहन ठेकेदार पहुंचे न्यायालय के शरण में...

@धीरज सिंह//अंबिकापुर।।
मां महामाया सहकारी शक्कर कारखाने में गन्ना परिवहन की निविदा प्रक्रिया में विसंगति को लेकर परिवहन ठेकेदारों ने रविंद्र तिवारी के नेतृत्व में कारखाना प्रबंधन, संभाग आयुक्त, पंजीयक सहकारी संस्थाएं को लिखित शिकायत दिए जिसमें निविदा के आपत्ति वाले शर्तों के कारण निविदा निरस्त कर दिया गया था लेकिन फिर से निविदा आमंत्रित किया गया जिसमे बिना किसी बदलाव के निविदा आमंत्रित किया गया है जिसके कारण सरगुजा के परिवहन ठेकेदार वरिष्ठ अधिवक्ता संजय अंबस्ट के के नेतृत्व में माननीय उच्च न्यायलय के शरण में चले गए हैं। विदित हो कि छत्तीसगढ़ में गन्ना परिवहन हेतु निविदा मां महामाया शक्कर कारखाने को छोड़ कर किसी भी कारखाने में आंमत्रित नही किया जाता है और पिछले वर्ष निविदा को निरस्त कर एक ऐसे परिवहन ठेकेदार को कार्यादेश दिया गया था जिसके पास स्वयं की कोई भी ट्रक नहीं थी। वर्तमान निविदा में जो शर्त रखा गया है उसे सिर्फ पिछले वर्ष जिसे कार्यादेश दिया गया था वही पुरा कर रहा है बाकी कोई भी परिवहन ठेकेदार निविदा प्रक्रिया में शर्तों को पुरा नही कर सकता है जिससे साफ साफ प्रतित होता है कि भ्रष्टाचार कर इस तरह के शर्तों को रखा गया है। शर्तों को नियमानुसार करने के लिए परिवहन ठेकेदारों ने प्रदेश में विभागीय मंत्री जी से भी आग्रह किया था परंतु प्रबंधन के द्वारा शर्तों को नियमानुसार नहीं करते हुए अपनी मनचाहा शर्तों को रख दिया है। सभी दरवाजे बंद होने के बाद सभी परिवहन ठेकेदारों ने न्यायालय के शरण में जाने का निर्णय लिया है और उच्च न्यायलय में याचिका दायर करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दिए हैं। माननीय न्यायालय में रविन्द्र तिवारी, बजरंग लाल अग्रवाल, सुनील अग्रवाल, रजत बउरी, शकील अहमद, फहीम खान, चिन्नू खान, मुकुल अग्रवाल, गौतम सिंह चौहान, धीरज सिंह, शर्वजीत शर्मा, रोहित रोडलाइंस के साथ साथ और भी लोग आवेदक बने हैं।

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