@धीरज सिंह//अंबिकापुर।।
आज राज्यसभा सांसद श्री रामविचार नेताम ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को तथा सहकारिता मंत्री डाॅ प्रेमसाय सिंह को पत्र लिख कर मां महामाया शक्कर कारखाने में हो रहे व्यापक भ्रष्टाचार के मुद्दे को गंभीरता से उठाया जिसमें मां महामाया शक्कर कारखाना में गन्ना उत्पादक किसानों के मेहनत के मूल्य का कारखाना प्रबंधन के द्वारा बंदरबांट किया जा रहा है जिसमें नेताम ने कहा कि फसल किसानों का और उसका परिवहन भाड़ा फैक्टरी कैसे तय कर सकता है।
कारखाना प्रबंधन ने भ्रष्टाचार के उद्देश्य से गन्ना परिवहन की निविदा आमंत्रित किया है जबकी पुरे प्रदेश में गन्ना उत्पादक किसानों को समुचित लाभ मिल सके इसे देखते हुए किसानों को फैक्टरी तक गन्ना पहुंचाने हेतु भाजपा शासन काल में ही व्यवस्था बनाया गया था। नेताम ने आरोप लगाया है कि प्रदेश में सभी गन्ना फैक्टरीयों में किसान अपने साधन से गन्ना पहुंचा कर देते हैं और उन्हे 355 के दर से भुगतान किया जाता है वहीं मां महामाया शक्कर कारखाने में गन्ना परिवहन हेतु निविदा आमंत्रित किया जाता है और निविदा प्रक्रिया में ऐसे शर्त रखा जाता है जिसमे परिवहन ठेकेदार भाग नहीं ले पाते हैं जिसके कारण ज्यादा दर तय कर अपने मनचाहे परिवहन कर्ता को कार्यादेश देकर ज्यादा दर में गन्ना का परिवहन कराया जाता है और उस पैसे को 355 में काट लिया जाता है जिसके कारण किसानो को भारी नुकसान हो रहा है, किसानों के पास स्वयं का साधन भी रहता है तथा बाजार में कम दर पर गाड़ी उपलब्ध है फिर भी महंगे दर पर गन्ना परिवहन करा कर अपना झोली भर रहे हैं और किसानों के साथ अन्याय कर रहे हैं। कारखाने में गन्ना परिवहन ठेकेदार की गाड़ी को तत्काल खाली कराया जाता है वहीं किसानो के द्वारा अपने साधन से लाये जाने वाले गाड़ीयो को कई दिनो तक खड़ा करा दिया जाता है और किसानो को मजबूर किया जाता है कि किसान परिवहन ठेकेदार से ही गाड़ी ले जबकी बाजार में काफी कम दर पर गाड़ी उपलब्ध रहता है। इस तरह से मां महामाया शक्कर कारखाने में भ्रष्टाचार करने के उद्देश्य से किसानों को परेशान किया जा रहा है। रामविचार नेताम ने कहा है कि माननीय मुख्यमंत्री जी एवं सहकारिता मंत्री जी इसमे तत्काल कार्यवाही करें अन्यथा गन्ना उत्पादक किसानों को लेकर उन्हें आंदोलन करना पड़ेगा।