कोरिया जिले के पटना अंतर्गत ग्राम सावारावा में कहने को तो कई जनप्रतिनिधि एवं नेता निवास करते हैं, परन्तु यहाँ की सड़कों का आलम इतना बुरा है जो बयां भी नहीं किया जा सकता। सावारावा के आरंभ में ही स्थित पटेलपारा में एक ऐसा पुल है जिसे देख कोई भी सोच में पड़ जाये कोई जनप्रतिनिधि इतना भी लापरवाह कैसे हो सकता है।
आप तस्वीरों में साफ देख सकते हैं इस पुल के छोर और सड़क के मध्य कितना विशाल और ख़तरनाक गढ्ढ़ा है. जो किसी अनजान यात्री या रात्रि में इस मार्ग से गुजरने वालों को किसी अनहोनी घटना का शिकार बनाने प्रतीक्षा में हो।
इस सड़क के मरम्मत की बात तो दुर यहाँ जनप्रतिनिधियों द्वारा किसी भी तरह से सुरक्षात्मक संकेत या जानकारी भी नहीं दर्शायी गयी है, ऐसी जर्ज़र और भयानक पुल में कभी भी दुर्घटना हो सकती है जिसे जान-माल की छति होना लाजमी है।
केवल पुल ही नहीं सड़क की स्थिति है भयावह:
सावारावा के पटेलपारा में केवल एक पुल की स्थिति ही दयनीय नहीं है, यहाँ के वार्ड क्रमांक 10 में कथित तौर पर 3-4 वर्ष पूर्व बने सीसी रोड़ की स्थिति भी अत्यंत चिंतनीय है. यह सड़क चिंतनीय इस लिए भी है क्योंकी यहाँ तिराहे पर एक अंधा मोड़ है जहाँ अक्सर मवेशियों को बांधा जाता है जिससे कोई भी दुर्घटना होने की आशंका हमेशा बनी रहती है। इस सीसी रोड से भी गिट्टियां निकल रही हैं और इसे भी मरम्मत की आवश्यकता है, परन्तु सावारावा के वरिष्ठ एवं जनप्रतिनिधि / अधिकारीयों ने इस मामले में कोई विशेष ध्यान नहीं दिया है।