दिसंबर में कुछ दिन तक राजधानी और प्रदेश में कुछ ज्यादा कोरोना मरीज आने के बाद सोमवार से इस रविवार तक एक हफ्ते में एक्टिव कोरोना केस में लगातार तीसरी बार कमी दर्ज की गई है। सोमवार को प्रदेश में एक्टिव केस 6.8 प्रतिशत थे, जो गुरुवार को घटकर 6.6 और रविवार को 6.4 प्रतिशत पर आ गए हैं।
इस वक्त प्रदेश के अस्पतालों और होम आइसोलेशन में 16558 मरीज हैं, जिनका इलाज चल रहा है। कमी का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि सितंबर में पीक के समय यह संख्या 36000 से अधिक हो गई थी। इधर, प्रदेश में रविवार को 953 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं, जिनमें रायपुर जिले के 128 पॉजिटिव भी है। पिछले चौबीस घंटे में 9 मरीजों की मौत हुई है। इस बीच राहत की खबर मिली। रायपुर में इस महीने दो बार 17 व 23 दिसंबर को कोरोना से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई। एक्टिव केस में कमी होना राहत की बात इसलिए है, क्योंकि यह मरीजों की कमी की तरफ इशारा करती है। इसे ऐसे समझ सकते हैं कि सितंबर में पीक के समय एक्टिव केस 18 प्रतिशत से अधिक है। यह प्रदेश में एक्टिव केस की अब तक की सर्वाधिक संख्या है।
उसके बाद एक्टिव केस में थोड़ी कमी आना शुरू हुई। अक्टूबर में एक्टिव केस औसतन 26 हजार थे, अर्थात लगभग 14 प्रतिशत। नवंबर में एक्टिव मरीजों की संख्या में और कमी दर्ज की गई और यह संख्या 24 हजार के आसपास पहुंच गई। तब से अब तक, एक माह में एक्टिव केस में लगभग 7 हजार की कमी आई है और प्रतिशत घटकर 6.4 ही रह गया है। यही नहीं, रोजाना घर और अस्पताल से डिस्चार्ज होने वाले मरीजों का औसत भी बढ़ रहा है। पिछले बीस दिन में प्रदेश में रोजाना लगभग 15सौ मरीज अस्पताल से छुट्टी पा रहे हैं, या होम आइसोलेशन से बाहर आ रहे हैं। इसलिए रिकवरी रेट भी 92 फीसदी से अधिक हो गया है। इसमें रोजाना 0.2 प्रतिशत की वृद्धि हो रही है।