प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 2.51 लाख के पार हो गया है। बुधवार देर शाम तक 1421 नए संक्रमित मिले। इसमें रायपुर के 188 केस शामिल हैं, जबकि 13 नई मौतें हुई है। रायपुर जिले की 3 मौत शामिल है। राहत की बात ये है कि प्रदेश में कोरोना से ठीक होने की दर 91 प्रतिशत पर पहुंच गई है। औसतन पंद्रह सौ मरीज रोज स्वस्थ हो रहे हैं। इस लिहाज से इस हफ्ते ढाई लाख लोग कोरोना को मात भी दे देंगे। 18 मार्च को रायपुर में पहला कोरोना केस मिला था। मार्च का महीना खत्म होने तक कोरोना पॉजिटिव की संख्या आठ पर पहुंच गई।

इसके बाद 30 अप्रैल तक मरीजों की तादाद 40, 31 मई तक 498, तीस जून तक 2858, 31 जुलाई तक 9192, 31 अगस्त तक 31,503 पर पहुंच गई। संक्रमण के फैलाव के लिहाज से सितंबर अक्टूबर और नवंबर का महीना सबसे ज्यादा घातक साबित हुआ। दरअसल, जून में अनलॉक होने के बाद जुलाई में संक्रमण के तेजी से फैलाव की आशंका जताई जा रही थी। लेकिन अपेक्षाकृत रूप से जुलाई के महीने में प्रदेश के 28 जिलों में मरीजों की संख्या कम थी। अगस्त में अचानक केस बढ़ते बढ़ते 31 हजार के पार हुए। सितंबर के खत्म होते होते प्रदेश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 1 लाख 13 हजार के पार, फिर 30 अक्टूबर के बाद 1.85 लाख और 30 नवंबर तक 2.37 लाख के पार हो गया। दिसंबर के पहले नौ दिन में संख्या ढाई लाख के पार पहुंच गई है। पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा केस अब तक रायपुर जिले में मिले हैं। जिले के 48 हजार से ज्यादा लोग इस बीमारी की जद में आ चुके हैं। रायपुर के बाद दुर्ग जिले में सर्वाधिक 20 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं। इसके बाद रायगढ़ जिले का तीसरा नंबर है जहां मरीजों की तादाद 19 हजार के पार हो चुकी है। 12 जिले ऐसे रहे हैं जहां आज भी पांच हजार केस नहीं हो पाए हैं। जबकि बचे हुए सभी 16 जिलों में पांच हजार के अधिक केस पहले ही हो चुके हैं।