छत्तीसगढ़ में पिछले दो साल में 15 हजार करोड़ रुपए का पूंजी निवेश हुआ है। इस दौरान 887 औद्योगिक इकाइयों की स्थापना तथा 15 हजार 400 लोगों को रोजगार मिला है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मासिक रेडियो वार्ता में इसकी जानकारी दी। सीएम ने इस दौरान लोगों को बाबा गुरू घासीदास जयंती, क्रिसमस और नववर्ष की शुभकामनाएं भी दी। सीएम भूपेश ने कहा कि हमने छत्तीसगढ़ को ठोस अर्थव्यवस्था का गढ़ बनाने में हर क्षेत्र की-हर संभव भागीदारी सुनिश्चित करने की नीति अपनाई है। मनरेगा में 25 लाख से अधिक लोगों को हर रोज काम देने, बेरोजगारी दर 22 प्रतिशत से घटाकर 2 प्रतिशत तक लाने का उदाहरण भी है। सीएम ने इस बार छत्तीसगढ़ सरकार दो वर्ष का कार्यकाल विषय पर प्रदेशवासियों से बात की। मुख्यमंत्री ने कहा कि आम जनता, किसानों, आदिवासियों और कमजोर तबकों का सशक्तिकरण छत्तीसगढ़ के विकास मॉडल की प्रमुख विशेषता है। दो वर्षाें में जनता की भावनाओं, आकांक्षाओं, उम्मीदों को आत्मसात कर शासन और प्रशासन को समाधान के विषयों में संवेदनशील बनाने का राज्य सरकार ने प्रयास किया।
छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बढ़ावा देकर लोगों के मन में अपनी संस्कृति और अस्मिता को लेकर गौरव का भाव फिर से जगाया। बघेल ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों के लिए कर्जमाफी, धान खरीदी, सुराजी गांव, राजीव गांधी किसान न्याय योजना और गोधन न्याय योजना जैसी अनेक योजनाएं लागू की, जिनसे गांवों को निरंतर शक्ति मिल रही है। कृषि और वानिकी उपजों में वेल्यू-एडीशन के राज्य सरकार द्वारा प्रारंभ किए गए प्रयासों से प्रदेश की समृद्धि के नए द्वार खुलेंगे। वहीं तेंदूपत्ता संग्राहकों को चार हजार प्रति मानक बोरा पारिश्रमिक, 52 लघु वनोपजों की खरीदी, सामुदायिक पट्टों की नई पहल से न्याय का नया दौर शुरू हुआ। माता कौशल्या के मंदिर परिसर से विकास का अभियान कोरिया से सुकमा तक पहुंचने वाला है।
सीएम की लोकवाणी की खास बातें
- परंपरागत पर्वाें, त्योहारों का गौरव लौटा
- जनता ने विकासपरक नीतियों पर अटूट विश्वास जताया
- जनता का सशक्तीकरण हमारे विकास मॉडल की मुख्य विशेषता
- किसानों, एससी, एसटी तथा कमजोर वर्ग को न्याय दिलाना पहली प्राथमिकता
- शिक्षा और स्वास्थ्य की नई योजनाओं की दी जानकारी
- गोधन न्याय योजना से पशुपालकों को चार माह में 60 करोड़ रुपए
- कृषि और वानिकी उपजों का वेल्यू-एडीशन से खुलेंगे समृद्धि के नए द्वार
- बच्चों को सरकारी स्कूलों में ऊंची गुणवत्ता की शिक्षा दिलाने का इंतजाम
- लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की आजादी की रक्षा करना हमारी सबसे जिम्मेदारी
40 लाख ऑनलाइन कक्षाएं
सीएम बघेल ने पढ़ई तुंहर दुआर योजना का जिक्र करते हुए कहा कि इसके माध्यम से 40 लाख ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की गईं, जहां ऑनलाइन पढ़ाई में दिक्कतें थीं, वहां पारों-मोहल्लों हाट बाजारों में लाउडस्पीकर, ब्लूटूथ आदि का सहारा लेकर बच्चों को पढ़ाया गया। उन्होंने शिक्षकों की तारीफ करते हुए कहा कि प्रदेश के 36000 से अधिक स्थानों पर कहीं पेड़ की छांव तो कहीं गली-चौबारों में पढ़ाई चल रही है।