@छत्तीसगढ़ // सीएनबी लाईव।।
राज्योत्सव पर शहर से 10 किलोमीटर दूर बालाछापर में बने ट्राइबल टूरिज्म विलेज का लोकार्पण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेंगे। इसमें पहाड़ी कोरवा जनजातियों से जीवन शैली से मिलती-जुलती चीजें जुटाई गई है।
रविवार को राज्योत्सव कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल निवास कार्यालय से ट्राइबल टूरिज्म सर्किट अंतर्गत नवनिर्मित पांच टूरिस्ट रिसोर्ट और राम वन गमन पर्यटन परिपथ में राजिम और शिवरीनारायण में कराए गए सौंदर्यीकरण एवं विकास कार्यों का ई-भूमिपूजन करेंगे।
सीएम बघेल ट्राइबल टूरिज्म सर्किट अंतर्गत जशपुर जिले के बालाछापर में नवनिर्मित सरना एथनिक रिसॉर्ट, कुनकुरी में कोईनार हाइवे ट्रीट, कांकेर जिले के नथियानवागांग में हिल मैना हाइवे ट्रीट, कोरबा जिले के सतरेंगा बोट क्लब एंड रिसोर्ट और सरगुजा जिले के महेशपुर में वे-साइड अमेनिटी का वीडियो कांफ्रेंसिंग से ई-लोकार्पण करेंगे। ये सभी ट्राइबल टूरिज्म सर्किट में स्वदेश दर्शन योजना में बनाए गए हैं।
छत्तीसगढ़ में स्वदेश दर्शन योजना में ट्राइबल टूरिज्म सर्किट विकसित किया जा रहा है। इसके तहत पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की सुविधा के लिए बुनियादी ढांचा विकसित किया जा रहा है। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।
राम वन गमन से जुड़े 75 स्थानों का होगा विकास
छत्तीसगढ़ में राम वन गमन पर्यटन परिपथ राम से जुड़े 75 स्थानों की पहचान की गई है। परियोजना के पहले चरण में इनमें से 9 स्थानों का विकास तथा सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। प्रथम चरण में सीतामढ़ी-हरचौका (कोरिया), रामगढ़ (सरगुजा), शिवरीनारायण (जांजगीर-चांपा), तुरतुरिया (बलौदाबाजार), चंदखुरी (रायपुर), राजिम (गरियाबंद), सिहावा-सप्तऋषि आश्रम (धमतरी), जगदलपुर (बस्तर), रामाराम (सुकमा) का चयन किया गया है।
इन स्थलों को विकसित करने में लगभग 137 करोड़ 45 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। इससे स्थानीय क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और क्षेत्र को नई पहचान मिलेगी।
13 करोड़ 10 लाख की लागत से बना है रिसोर्ट