जशपुर के रमसमा में निजी स्कूल के प्राचार्य एवं शाला समिति के सदस्यों ने स्कूल के स्टाफ से लाखों की ठगी कर ली। ठगी करने की शिकायत सही मिलने पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। निजी स्कूल को शासन से अनुदान प्राप्त स्कूल का दर्जा दिलाने के नाम पर स्कूल के 26 स्टाफ से 13.5 लाख रुपए की ठगी की गई।
साथ ही स्टाफ को 22 महीने से स्कूल प्रबंधन ने वेतन तक नहीं दिया है। अब स्कूल पूरी तरह बंद हो चुका है और स्कूल के सैकड़ों छात्र-छात्राएं और उनके पालक अब दूसरे स्कूलों में एडमिशन के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं, वहीं स्टाफ ने एसडीएम समेत आला अधिकारियों से मामले की शिकायत कर उनके पैसे वापस लौटाने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। शाला समिति पर 40 लाख रुपए से ज्यादा के फर्जीवाड़ा का आरोप है। जशपुर के बगीचा ब्लाक के रमसमा में भारत माता स्कूल 1300 परिवारों के सहयोग से संचालित था।
स्कूल के छात्र-छात्राओं ने कई क्षेत्रों में स्कूल का नाम रोशन भी किया था, पर प्राचार्य और शाला विकास समिति के सदस्यों की कारस्तानी से स्कूल बंद हो गया है। प्राचार्य के अलावा 26 स्टॉफ पदस्थ थे। इस निजी स्कूल को शासन से अनुदान प्राप्त स्कूल का दर्जा दिलाने की बात बोलकर प्राचार्य एवं शाला समिति के सदस्यों ने हर स्टाफ से अस्सी हजार रुपए की मांग की पैसे नहीं देने पर उन्हें नौकरी से निकालने की धमकी भी दी गई।
स्टाफ ने 16 लाख 78 हजार रुपए शाला समिति को दिया। शाला समिति ने बाकायदा स्टाम्प में लिखकर स्टाफ से पैसे लिए थे, लेकिन तीन साल बाद भी जब संस्था को अनुदान प्राप्त शाला का दर्जा नहीं मिला। नाराज होकर अब स्कूल के स्टाफ ने शाला समिति के सदस्यों एवं प्राचार्य के खिलाफ एसडीएम को शिकायत की है।
जिला शिक्षा अधिकारी ने जाँच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की बात कही। जिसके बाद विकासखंड शिक्षा अधिकारी मनीराम यादव ने मामले को जांच के दौरान सही पाया और थाने में शिकायत की।