@विनोद कुमार//बैकुंठपुर।।
पूरे भारतवर्ष में श्रद्धा एवं आस्था का पर्व एवं मां दुर्गा की आराधना का महापर्व नवरात्र के पवन बेला में कल शनिवार को अष्टमी पर मंदिरो और पंडालो में भक्तो की भीड बढने की संभावना है। इस बार नवरात्र नौ दिन रहेगा। कोरोना काल में बैकुन्ठपुर विधायक वं संसदीय सचिव अम्बिका सिंह देव ने लोगो से अपील करते हुए कहा है कि मंदिरो और पंडालो में सोसल डिस्टंसिंग के पालन के साथ शक्ति आराधना का मुख्यपर्व नवरात्र का आयोजन किया जा रहा है, और लोग पूजा के दौरान भीड के समय अपना और अपने परिजनो का ख्याल रखे।
लोगो में मान्यता है कि जो आराधक नौ दिनों के लिए व्रत संकल्प करते हैं उनकी मनोकामनाये माता पूर्ण करती हैं। शारदीय नवरात्र उत्सव कलश स्थापन के बाद आदि शक्ति मां दुर्गे की पूजा क्षेत्र में हो रही है। नवरात्र के आगाज के साथ ही शहर में दशहरा पर्व की रौनक बाजारों में दिखने लगी है। लोग जरूरी खरीदारी में जुट गए हैं भक्त नौ दिनों तक माता की पूजा अर्चना करते हैं तथा व्रत रखकर माता से मन मांगा वर पाते हैं। शहर के ओडगी सहित कर पूजा समितियो द्धारा में नवरात्रि पर कलश यात्रा निकाली गई। जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं, पुरुष व बच्चे शामिल हुए।
बैकुंठपुर में यहाँ होते हैं मूर्ति स्थापित :
विदित शहर के विभिन्न इलाके जिसमें बाजारपारा, डबरीपारा, स्कूलपारा, एसईसीएल, खरवत, आदि के अलावा चरचा में भी कई स्थानो पर पूजा की समितियों द्वारा माता की मूर्ति स्थापित कर पूजा अर्चना की जा रही है। एसईसीएल के सभी क्षेत्रो में प्रायः सातवी से पूजा की शुरुवात होती है जोकि 3 दिनो तक चलता है, इस बार बीते दो दिनो से हो रही बारिश के बाद भी जिस प्रकार की जी तोड मेहनत कर पूजा समितियो के लोग बारिश के बाद भी नवरात्र की तैयारीयां पूर्ण कर ली इसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। शक्ति उपासना में दुर्गापूजा का एक अहम स्थान है, जगह-जगह व्यापक रूप से मनाये जाने वाले इस पर्व पर जैसे आस्था का सागर है उमड़ आता है। इसलिए प्रतिवर्ष पूजा के समय हर ओर आस्था का एक वैभवशाली रूप देखने को मिलता है। इसके साथ ही दुर्गापूजा हर किसी के लिए अनूठे उल्लास, असीम उत्साह और तरंगित उमंगों का पर्व है।।