@जगदलपुर.
कोरोना को मात दे चुके लोगों पर दोबारा वायरस हमला कर रहा है। मेडिकल कॉलेज जगदलपुर (मेकॉज) में बीते दो माह के भीतर ऐसे 19 केस आ चुके हैं। इन मरीजों को दोबारा भर्ती किया जा रहा है। कोरोना के दूसरी बार संक्रमण को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि भिन्न-भिन्न व्यक्तियों पर वायरस अलग-अलग असर डाल रहा है। इसके पीछे इम्यून सिस्टम में अंतर भी कारक है। हालांकि विशेषज्ञ दोबारा वायरस के संक्रमण को जानलेवा व घातक नहीं मान रहे हैं।
मेकॉज डिमरापाल में प्रतिदिन 200 से 300 सैंपलों की कोरोना जांच की जा रही है। अब तक 50 हजार से अधिक लोगों का परीक्षण किया जा चुका है। जिले में अगस्त से लेकर अब तक कोरोना संक्रमित 12 मरीजों की मौत हुई है। हालांकि रिकवरी रेट संतोषजनक माना जा रहा है।
जुलाई और अगस्त में संभाग के 19 मरीजों को पूरी तरह ठीक होने के बावजूद कोविड 19 वायरस का दोबारा अटैक झेलना पड़ा। इनमें 70 फीसद लोग 50 वर्ष से कम आयु के बताए गए हैं। इन मरीजों को सांस लेने में परेशानी, गले मे खराश, बुखार व सिरदर्द आदि लक्षण दिखे थे। ऐसे सात मरीज अब भी मेकॉज में उपचार करा रहे हैं!
दोबारा संक्रमण के मामलों को लेकर अस्पताल अधीक्षक ने की पुष्टि:
कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों को सात से 14 दिनों के बाद दोबारा संक्रमण के मामले भी सामने आ रहे हैं, हालांकि यह वायरस घातक और जानलेवा नहीं है। ऐसे मरीजों का दोबारा उपचार किया जाता है।
_: डॉ. केएल आजाद, अधीक्षक, मेकॉज.