|ब्यूरो•सरगुजा|
उक्त घटना आज से 10 वर्ष पूर्व की है जब मृतक गीता देवांगन आ. छत्तरपुर, उम्र-16 वर्ष निवासी रामपुर, थाना व तहसील-भैयाथान, जिला-सूरजपुर (छ.ग.) का मूल निवासी थी। अनावेदक अजय देवगन आत्म रामेश्वर देवांगन, उम्र-32 वर्ष, जाति-पनिका, निवासी-ओड़गी, थाना व तहसील-ओड़गी, जिला-सूरजपुर (छ.ग.) का मूल निवासी है। उक्त अनावेदक द्वारा सन् 2010 के पूर्व से मृतक गीता देवांगन को शादी का झासा देकर प्रेम संबंध स्थापित किया था। उक्त अजय देवांगन द्वारा गीता देवांगन को शादी का आश्वासन देता रहा तथा उक्त अनावेदक द्वारा सन् 2010 में निर्मला देवांगन आ बसंत राम देवांगन, पूर्व निवासी-चिरमरी, के लड़की से धोखे से शादी किया गया जिससे शादी का नेवता गीता देवांगन को मिला जैसे तुरन्त बाद गीता देवांगन ने रात्रि के समय कटहल का पेंड से फासी लगाकर आत्म हत्या कर ली जोकि आत्म हत्या करने के लिए अनावेदक द्वारा उकसाया गया था। उक्त घटना गंभीर जांच का विषय है, जिसे अवलोकन करें तथा अनावेदक द्वारा एवं अनुवाद के पिता द्वारा पुलिस से साठ-गांठ कर लड़की के पास से फोटो एवं लेटर था, जिसे पुलिस वाले मिलकर पूरा सबुत मिटा दिया गया।
यह कि मृतक का माता-पिता का कहना है कि अजय देवांगन के साथ फोटो था जिसे थाना प्रभारी द्वारा हम लोगों से ले लिया गया। बाद में थाना प्रभारी द्वारा कहा गया कि यह फोटो कम्प्यूटर से बनवाया गया है। यह सबुत नहीं हो सकता है। कहकर थाना प्रभारी द्वारा मृतक के माता-पिता को थाना से भगा दिया गया एवं यादों को सबूतों को नष्ट कर दिया गया। उक्त गंभीर जाच का विषय है। यह साबित होता है कि सबूत मिटाने वाले थाना प्रभारी एवं निरीक्षणकर्ता कर्मचारी का सात-गाठ से पूरा सबूतों को मिटा दिया गया।
लडकी के माता-पिता गरीब, कम पढे लिखे व छोटे ख्याल का इन्सान है, जिस कारण से बेटी को न्याय नहीं दिला पाये, जिसको देखते हुए शिवसेना पार्टी यह अपील करता है कि यह घटना को दोबार फाईल खोलकर एवं माता-पिता के बयानों को बारिकी से जांच कराया जावे। क्र. 01 बयान का एक सीडी प्रस्तुत किया जा रहा है। उक्त सीडी को सुनते हुए उक्त कथन के आधार पर जांच कराया जाए!
उक्त घटना के विषय पर दिनांक- 8/02/10 को पुलिस अधीक्षक महोदय एवं जिलाधीश महोदय सूरजपुर को बारिकी से जांच कराने की मांग को लेकर शिवसेना पार्टी जिला प्रभारी हेमन्त कुमार महतो के द्वारा कार्यवाही किये जाने की मांगो को लेकर लिखित शिकायत दिया जा चुका है. किन्तु अब तक किसी प्रकार का कोई जाच पडताल नही किया गया है।
उक्त विषयों को देखते हुए शिवसेना ने पुलिस प्रशासन से निवेदन किया है कि उक्त विषय को ध्यान में रखते हुए एस.आई.टी. जांच कराने एवं दोषियों के विरूद्ध कड़ी से कडी आपराधिक मामला दर्ज करने की कृपा करें। अन्यथा 10 दिवसीय के भीतर जांच व कार्यवाही नहीं होने पर शिवसेना पार्टी द्वारा भैयाथान एवं सूरजपुर में उक्त मांगो को लेकर उग्र आन्दोलन करने का बाध्य होंगे तथा उच्च न्यायालय का शरण लिया जायेगा जिसकी सम्पूर्ण जवाबदेही प्रशासन की होगी!!!