युंका नेता संजीव सिंह काजू ने क्षेत्र में व्याप्त समस्याओं के निराकरण करने SECL महाप्रबंधक सौंपा ज्ञापन
@छत्तीसगढ़//संतोष सिंह सूर्यवंशी)बैकुंठपुर/ कोरिया- युवा कांग्रेस प्रदेश महासचिव संजीव सिंह काजू ने SECL क्षेत्र बैकुंठपुर के अंतर्गत आने वाले खादान जैसे चर्चा पंडोपारा, कटकोना, कटगोडी एंव आस पास के खादानो के आने वाले क्षेत्र में विभिन प्रकार के समस्याओ का निराकरण हेतु SECL महाप्रबन्धक बैकुंठपुर को ज्ञापन् सौंपकर मांग की गई हैं। उक्त समस्या को देखते हुए 15 दिवस के भीतर सभी समस्याओ का समाधान न होने पर भारतीय युवा कांग्रेस उग्र आंदोलन करने की चेतावनी भी दी गई हैं।निम्न समस्याएं हैं:-"1) रिजनल हास्पिटल चर्चा में स्टाफ की कमी आपरेशन थेयटर (OT) का बंद होना व शव गृह (MORTUARY) का हमेशा से खराब रहना यह रिजनल हास्पिटल आस पास का सबसे बडा हास्पिटल है । तकनीकी व बेसीक सुविधा नही के कारण यह केवल रेफर हास्पिटल बन कर रह गया है।2) बैकुण्ठपुर क्षेत्र अंतर्गत खदानो में कार्यरत नेता के द्वारा अगर अवैध कब्जा किया जाता है तो (जैसे दुकान शेट ठेला क्वार्टर) तो S.E.C.L के द्वारा उन पर कोई भी कार्यवाही नही की जाती है। और ना ही क्षेत्रिय थाने पर FIR किया जाता है। अगर ये ही कार्य छोटे मजदूर गरीब तपके के लोग अपनी रोजी रोटी चलाने के लिए अस्थायी ठेला या दुकान लगाते है। तो यह उनके लिये बहुत बडा अपराध होता है जिसमें S.E.C.L के द्वारा उन पर सामान सहीत ठेले को गिराकर थाने में उनके खिलाफ तत्काल प्रभाव से उनपर FIR किया जाता है। ऐसा भेदभाव क्यो?3) वर्कर के साथ दो तरफा व्यवहार क्यो जैसे एक व जो इमानदारी से समय पर अपने कार्य में जा कर अपने दायित्व को निर्वाहन करने है। इसके बावजूद भी कुछ मिनट लेट होने पर उनके पूरे दिन की हाजरी काट दी जाती है। जबकी दूसरी तरफ राजनितिक संरक्षण प्राप्त व्यक्ति विशेष लोगो को हाजरी लगा कर घुमने का अधिकार प्राप्त है। और अंदर ग्राउण्ड ना जाकर बाहर में अपने मन मुताबिक डयुटी करते है। ऐसा भेद-भाव क्यो?4) केन्दीय विद्यालय बैकुण्ठपुर जो कि S.E.C.L के दवारा संचालित की जाती है। जिससे S.E.C.L वर्कर (स्टाफ) के बच्चो को ही प्राथमिकता से एडमिशन लिया जाता है। चूंकि शिट कम होने के कारण क्षेत्र के और भी बच्चो का एडमिशन नही हो पाता ग्रामीण व आमजन अपने बच्चो को भी केन्द्रीय विद्यालय में पढ़ाना चाहते है। इसके बावजूद भी सीट नहीं बढ़ाया जाता है क्या S.E.C.L. क्षेत्र के आसपास के ग्रामीण बच्चो को केन्द्रीय विधालय में S.E.C.L. नही पढाना चाहती ऐसा भेदभाव क्यो?5) S.E.C.L. चर्चा महाजन स्टेडियम में प्रति वर्ष प्रसिध्द फुटबाल प्रतियोगित कराया जाता है जिससे चर्चा का नाम फुटबाल प्रतियोगिता के नाम से प्रसिध्द है। उसी महाजन स्टेडियम की वास्तविक स्थित अत्याधिक जर्जर हो चुकी है जो महाजन स्टेडियम का नाम S.E.C.L गौरवान्वित करता था आज नशे का अडडा बन चुका है ऐसा भेदभाव क्यो?6) S.E.C.L बैकुण्ठपुर क्षेत्र के अंतर्गत खदानो मे जो प्राईपवेटी करण की जा रही है। जैसे-जोवय टी.एम.सी. वडी कम्पनिया खादानो में स्थापित की जा रही है। इनमें जो S.E.C.L में वर्कर अपना सम्पूर्ण जीवन दे चुके व दे रहे है। उनके बच्चो को योग्यता के अनुसार पहली प्राथमिकता देनी चाहिये जो नहीं दी जा रही है। ऐसा भेद-भाव क्यो?7) चर्चा कॉलरी के व्यपारियो की समस्या को देखते हुय चर्चा से थीन जून माइंस होते हुये कटगोडी मार्ग कार्य जो कि अधुरा है। उसे चालू कर चर्चा के व्यपारियो के भविष्य को सुनिचित करना चाहिए।8) S.E.C.L. बैकुण्ठपुर क्षेत्र के अंनर्गत युवाओ वा छात्रो के भविष्य को देखते हुए S.E.C.L. द्वारा 10वी 12वी PSC व UPSC के छात्रो व युवाओ को निः शुल्क कोचिग कराने हेतु नि शुल्क व्यवस्था करायी जाये जबकी शासन द्वारा केवल चयनित वर्ग के छात्रो को ये सुविधा दी जाती है।9) S.E.C.Lचर्चा कालरी (खदान) जो सन् 1963 से स्थापित है। जिसे आज तक लगभग 61 वर्ष हो गये इसके बावजूद S.E.C.Lद्वारा CSR मद से क्षेत्रिय ग्रामीण आदिवासी जनो के लिये कोई भी महत्वपूर्ण कार्य नहीं किया गया है जिससे क्षेत्र के लोगो को रोजमररा की जिदंगी जीने के लिये सुविधा मिल सके व चर्चा में सेशन मेमोरियल स्कूल जो की S.E.C.L के द्वारा संचालित की जाती थी वह भी आज बंद होकर खंडहर में तबदील हो चुका है। जिसके वजह से गरीब तपके व आम लोगो को प्राईवेट स्कूलो का सहारा लेना पड रहा है। ऐसा भेद भाव क्यो?