4 सूत्रीय मांगों के लिए 5200 उप स्वास्थ्य केंद्रों में 27सितंबर को लगेगा ताला
@छत्तीसगढ़//संतोष सिंह सूर्यवंशी)
*कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के समर्थन में 33 जिलों के 5200 उप स्वास्थ्य केंद्रों के 18000 ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक महिला पुरुष अपनी मांगों के लिए 27 सितंबर को एक दिवसीय हड़ताल पर रहेंगे ज्ञात हो कि कुछ दिनों पूर्व ही फेडरेशन के माध्यम से सभी जिलों के जिला मुख्यालय में मशाल रैली निकालकर ज्ञापन सौंपा गया था स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ ने बैठक आयोजित कर हड़ताल में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित रहकर आंदोलन को सफल बनाने का आह्वान अपने कर्मचारी साथियो से किया है |हड़ताल करने की मुख्य वजह छत्तीसगढ़ में कार्यरत कर्मचारियों अधिकारियों को मोदी की गारंटी के अनुरूप केंद्र के समान देय तिथि से 4 %महंगाई भत्ता ,जुलाई 2019 से देय तिथि पर लंबित भत्तों के एरियर्स राशि का जीपीएफ़ खाते में समायोजन करने एवम मध्यप्रदेश की भांति 300 दिवस अर्जित अवकाश नगदीकरण ,चार स्तरीय समयमान वेतनमान ,केंद्र के समान गृह भाड़ा भत्ता स्वीकृत करने के वादे शामिल है ,मोदी की गारंटी को छत्तीसगढ़ में लागू करवाने एक दिवसीय कलम बंद काम बंद हड़ताल किया जा रहा है |इस सम्बंध में बात करने पर स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष टार्जन गुप्ता जी ने कहा कि मोदी की गारंटी पूरे देश मे लागू है तब छत्तीसगढ़ में क्यों नही छत्तीसगढ़ प्रदेश के लाखों कर्मचारियों के मन आशा की उम्मीद जगी है कि मोदी की गारंटी यहाँ भी लागू हो और सभी मांगो पर प्रदेश की सरकार सकारात्मक निर्णय लेकर कर्मचारी हित में फैसला ले इसी के परिपेक्ष्य में कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के समर्थन में 27 सितंबर को हमारे संघ के 18000 कर्मचारी सेवाएं स्थगित कर आंदोलन में शामिल होंगे ,हड़ताल से स्वास्थ्य की जरूरी सेवाओ में संस्थागत प्रसव ,टीकाकरण ,गर्भवती जांच ,आयुष्मान कार्ड निर्माण ,सिकलसेल जांच ,हीमोग्लोबिन जांच ,टी बी स्पुटम जाँच,कुष्ट सर्वे,ओ पी डी मे दी जाने वाली प्राथमिक उपचार, जैसी सेवाएं प्रभावित रहेगी |*
*उपरोक्त जानकारी संघ के आईटी सेल प्रभारी सुरेश पटेल जी व संतलाल साहू ने दी है*|