उत्तर प्रदेश सरकार)
इस दौरान उन्होंने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से फायर कर दिया था. इसमें सिपाही का बेटा हिमेश बुरी तरह से घायल हो गया था. इस पूरे मामले में मुकदमा भी दर्ज हुआ था जिसके बाद बरेली के डीएम रविंद्र कुमार ने पुलिस रिपोर्ट के आधार पर प्रदीप अग्रवाल के दोनों शस्त्र लाइसेंस को निरस्त कर दिया. इसके बाद प्रदीप अग्रवाल ने फेसबुक पर अपना दर्द साझा करते हुए लिखा, 'मैं 1988 से भाजपा में सिपाही हूं, भारतीय जनता पार्टी सत्ता में रही या विपक्ष में मैं हमेशा से साथ रहा हूं. बिल्कुल निर्दोष होने के बाद भी 7 महीने जेल काटी है, अदालत ने भी मुझे निर्दोष माना है इसके बाद भी मेरे दोनों शस्त्र लाइसेंस को निरस्त कर दिया गया और बरेली के बड़े नेता कह रहे हैं मेरे पास आओ तुम्हारे सामने फोन करूंगा तो सब ठीक हो जाएगा. मैं जाऊं या न जाऊं काम होना चाहिए जो कि आज तक नहीं हुआ है.'
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