CG लापरवाही पडी भारी कोरिया" पटवारी एंव ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस...कृषि विस्तार अधिकारी बीरबल पैकरा को कलेक्टर ने किया निलंबित..देंखे??

CG लापरवाही पडी भारी कोरिया" पटवारी एंव ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस...कृषि विस्तार अधिकारी बीरबल पैकरा को कलेक्टर ने किया निलंबित..देंखे??


गिरदावरी कार्य का निरीक्षण करने फील्ड पर पहुंचे कलेक्टर

लापरवाहक कर्मी को किया निलंबित

@कोरिया//संतोष कुमार!!

कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने जिले के विभिन्न गांवों का दौरा कर गिरदावरी से संबंधित जानकारी प्राप्त की। लंगेह ने मौके पर जाकर खेती-किसानी के बारे में जायजा लिया। इसी कड़ी में गिरदावरी से संबधित सही जानकारी संधारण नहीं करने पर ग्राम कुड़ेली के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी बीरबल पैकरा को निलंबन करने आदेश दिया, वहीं तरगवां के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी जयकुमार कुशवाहा, जामपारा के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी पुष्पा सिंह तथा तरगवां के पटवारी ज्योति नेताम को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।

कलेक्टर लंगेह निरीक्षण करने फील्ड में पहुंचें। उन्होंने राजस्व टीम द्वारा किए जा रहे गिरदावरी का निरीक्षण किया और अधिकारियों को खसरा क्रमांक एवं वास्तविक रकबे में लगाए गए फसल का सही जानकारी दर्ज कर ऑनलाइन प्रविष्टि प्राथमिकता से करने के लिए कहा। उन्होंने कुड़ेली, तरगवां में चल रहे गिरदावरी कार्य की जमीनी हकीकत का निरीक्षण किया।

कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान कहा कि समर्थन मूल्य पर धान व मक्का खरीदी तथा राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत रकबे के आधार पर किसानों को लाभ दिया जाता है। इसके लिए वास्तविक कृषक, उनके सही रकबे एवं उसमें लगाई गई फसल का सत्यापन होना अत्यंत आवश्यक उन्होंने मौके पर निर्देश किया कि धान की फसल की रकबे के साथ पड़ती भूमि के रकबा का चिह्नांकन किया जाए। उन्होंने खसरा, नक्शा और समिति के पत्रक का अवलोकन किया। इस मौके पर एसडीएम श्रीमती अंकिता सोम, तहसीलदार चांदनी कवंर, नायब तहसीलदार, कृषि विस्तार अधिकारी, आरआई, पटवारी, सरपंच व ग्रामीण भी उपस्थित थे। इस दौरान कलेक्टर ने किसानों से भी खेती किसानी के संबंध में बातचीत की। उनका कुशलक्षेम पूछा। उन्होंने किसानों से कहा कि गिरदावरी का काम पूरा होने के बाद कई फायदे होंगे। गिरदावरी का काम पूरा होने के बाद फसल कटाई, फसल खराब, फसल उत्पादन की सही जानकारी मिलेगी। किसानों को फसल में हुए नुकसान, अकाल की स्थिति और आरबीसी 6-4 के तहत सही मुआवजा भी मिलेगा।

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