कोरिया पुलिस अधीक्षक ने एक आदेश 7 मई 2023 को जारी करते हैं, जिसमें कई पुलिसकर्मियों के नाम शामिल होते हैं, यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होता है यह बात भी उसमें लिखी होती है ,मगर कैसे उस आदेश को ताक पर रखते हुए 1 सप्ताह से अंदर उसी थाने में पदस्थ आरक्षक प्रमित सिंह जिनका ट्रांसफर थाना पटना से चरचा थाना में हो गया है, मगर न जाने क्यों पटना थाना से जाना नहीं चाहते, आखिर किस बड़े अधिकारी का हाथ उनके साथ है..?? जिसके कारण वह आदेश की कॉपी को एक कागज के रूप में देख रहे हैं अपनी मनमर्जी मुताबिक एक ही थाने में अभी भी जमे हुए हैं, अब देखने वाली बात यह होगी खबर प्रकाशन के बाद भी क्या कोरिया पुलिस ऐसे आरक्षक को तत्काल अपनी जिम्मेदारी को मानते हुए थाने से दूसरे थाने में पदस्थ करती है या नहीं..??
कानून सबके लिए समान रूप से कार्य करती है मगर इस तरह से आदेशों का पालन ना करना विभाग विभागीय कर्मचारी को क्या भारी पड़ेगा यह वक्त ही बताएगा ||