सुरजपुर/भटगांव:--जिले के विकासखंड भैयाथान अंतर्गत आने वाले 36 स्कूलों में डीएमसी कार्यालय के माध्यम से मैसर्स अभय इंडस्ट्रीज अंबिकापुर द्वारा बच्चों के लिए लगाए जा रहे 4 सीटर झूला भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ने लगे
जहां संबंधित विभाग लीपापोती में लगा हुआ है सिर्फ जांच के नाम पर आखिर क्यों...?
सूरजपुर जिले के जनपद पंचायत भैयाथान वैसे भी हमेशा सुर्खियों में बना रहता है फिर वह कोई भी विभाग हो जहां भ्रष्टाचार का हो या फिर निम्न स्तर के काम का तो फिर शिक्षा विभाग कैसे अछूता रह जाता ऐसा ही मामला जिले के विकासखंड भैयाथान के शिक्षा विभाग का है जहां 36 स्कूलों में बालवाड़ी के तहत 4 सीटर झूला सप्लाई किया गया जिसमें अधिकांश स्कूलों में जहां लगे वहां के झूले 1 से 2 दिन में ही टूट गए और कुछ ऐसे स्कूल अब भी बचे हुए हैं जहां झूला लगा ही नहीं है जो सिर्फ स्कूलों में शोपीस के तौर पर बुंदिया जैसे स्कूलों में पड़ा हुआ है उसे देखने पर यह पता चला कि वह भी खराब है ,लगने से पहले ,तो लगने के बाद क्या चल पायेगा वही भी कितने दिन सबसे बड़ी सवाल तो यह बनता है।
जहां कुछ दिनों पूर्व जनपद पंचायत सदस्य व निर्माण समिति के अध्यक्ष अभय प्रताप सिंह दौरे पर थे जहां उन्होंने पाया कि ग्राम पंचायत केवरा में लगे बालवाड़ी के तहत झूला जो 2 दिन में ही टूट गया जिसको समाचार पत्रों के माध्यम से प्रकाशित कराया गया और डीएमसी कार्यालय को सूचित भी किया गया जहां डीएमसी कार्यालय के द्वारा बताया गया था कि इसकी जांच कर कार्यवाही की जाएगी लेकिन आज लगभग 22 दिन बीत जाने के बाद भी ना तो जांच पूरे हो पाए और न हीं कार्यवाही की गई आखिर क्यों...? ऐसा क्या है कि बच्चों के भी अधिकार पर डाका डाला जा रहा है विभाग के द्वारा सिर्फ कमीशन के नाम पर जो विभाग संबंधित में मेशर्ष के ऊपर अब तक कार्यवाही नहीं कर पाई इतने दिनों बाद भी।
डीएमसी कार्यालय के माध्यम से जनपद भैयाथान अंतर्गत स्कूलों में बच्चों के लिए 4 सीटर झूला लगाया गया है जिसके मैसर्स अभय इंडस्ट्रीज अंबिकापुर है जिसके द्वारा झूला स्कूलों में लग तो रहा है लेकिन एकदम घटिया और निम्न स्तर का जो लगाते ही 1 दिन बाद टूट कर गिर जा रहा है जिस पर बच्चे कैसे झूलेंगे, कैसे मनोरंजन करेंगे यह कमीशन खोरी का मामला नहीं तो और क्या है जहां बच्चों के मनोरंजन के सामग्री पर भी डाका डाला जा रहा है कमीशन खोरी को लेकर तभी तो निम्न स्तर और घटिया सामग्री का वितरण कर लगाया जा रहा है जहां संबंधित अधिकारी कान में रुई लगा कर सिर्फ मूकदर्शक बने हुए हैं जो कार्यवाही के नाम पर सिर्फ जांच पड़ताल भी पूरा नहीं कर पा रहे हैं क्या ऐसे मामले उजागर होने पर संबंधित अधिकारियों के द्वारा तत्काल कार्यवाही नही की जानी चाहिए थी जो अब तक सिर्फ सवाल बनकर ही रह गया है।
बयान:-----
मेरे द्वारा उच्च अधिकारियों को इस गंभीर विषय में कार्यवाही करने को कहा गया था मगर आज 22 दिन में सिर्फ खानापूर्ति जांच के नाम पे किया गया है अगर तत्काल दोषियों पर कड़ी कार्यवाही नहीं हुई तो मेरे द्वारा बीआरसी कार्यालय के समक्ष अनशन किया जाएगा :- अभय प्रताप सिंह, जनपद पंचायत सदस्य व निर्माण समिति के अध्यक्ष, जनपद पंचायत भैयाथान, जिला सूरजपुर।