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निजी भावन |
कोरिया के ग्राम पंचायत कसरा से बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है जहां शासकीय प्राथमिक शाला कन्या स्कूल जर्जर स्थिति में पड़ा हुआ है वहीं दूसरी ओर स्कूल एक निजी घर में कई सालों से चलाया जा रहा है जो कि सवालों के घेरे में है??
आपको बता दें कि निजी घर के मालिक ने बताया > मेरे द्वारा ना रूम किराया लिया जाता है ना कोई सासन प्रासन के द्वारा कोई मदद मिलती हैं ,मातृ सेवा भाव से यह रूम पढ़ाई-लिखाई के लिए दिया हूं जहां घर में ही खाने की व्यवस्था रसोईघर भी अलग से दिया गया हूँ..
मात्र 1 उपस्थित टीचर ने बताया कि करोना कॉल से यह स्कूल प्राइवेट घरों में चलता रहा है इसकी सूचना लिखित में जिला शिक्षा अधिकारी के पास भी पूर्व में दिया गया था .
बच्चों के भविष्य के साथ इतना बड़ा खिलवाड़ कई सालों से होता आ रहा है यह सवालों के घेरे में है, बच्चों को उस घर में शौचालय जाने की व्यवस्था है ना ही उस आंगन में बच्चे ठीक से खेल पर खेलकूद पाते हैं .
इस विषय में जब जिला शिक्षा अधिकारी से बात हुई,तब उन्होंने कहा कि इस विषय पर निश्चित ही संज्ञान लिया जाएगा .
शासकीय प्राथमिक कन्या शाला का निरीक्षण किया गया तो उसकी स्थिति काफी खराब थी जिसे रिपेयर मात्र के काम से ठीक नहीं किया जा सकता बल्कि शासन प्रशासन को एक नई भवन की स्वीकृति देनी पड़ेगी.
यह समस्या पूरे ग्राम वासियों के लिए भारी पड़ती नजर आ रही है जहां कई ग्रामीण अपने बच्चे को ठीक से पढ़ाई और बैठने की व्यवस्था ना होने पर दूर के प्राइवेट स्कूलों में दुर के सरकारी स्कूलों में भेज रहे हैं एक तरफ छत्तीसगढ़ के मुखिया भूपेश बघेल इंग्लिश मीडियम स्कूल खोल कर एक नई मकाम हासिल करना चाहते हैं वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के कोरिया जिला में इस तरीके से भावनाओं को देखकर पूरे शिक्षा जगत को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है??
ऐसे में जर्जर स्कूल जहां भी हैं जहां बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है उनकी मरम्मत जल्द से जल्द होनी चाहिए ताकि बच्चों को पढ़ने में दिक्कत ना हो. भवन ना होने के कारण बच्चों की संख्या में भी भारी गिरावट कई सालों में यहां है??
अंत में जिला कोरिया के जिला शिक्षा अधिकारी अनिल जयसवाल जी से दूरसंचार यंत्र से बात हुई जिसमें उन्होंने बताया कि एक अतिरिक्त कक्ष निर्माण की स्वीकृति हुई है जिसमें कुल राशि 8 लाख 7 हजार रुपए की राशि है जिसका टेंडर आर यस विभाग बैकुंठपुर को बनाया गया है और गर्मी के समय के छुट्टी के बाद जब स्कूल पुनः चालू होगी तब यह रूम बनाकर वहां के टीचरों को सौंपी जाएगी यह बात उन्होंने बताई