जनपद पंचायत में विगत कुछ समय से एक अलग ही प्रकार का मामला सरगर्मी में है। जहां अध्यक्ष और उपाध्यक्ष अपने कुछ समर्थक सरपंचों के साथ जनपद में पदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी का लगातार विरोध कर रहे हैं। उनके स्थानांतरण के लिए हर स्तर पर आवेदन और ज्ञापन सौंप रहे हैं। लंबे समय तक आवेदन और ज्ञापन की श्रृंखला के बाद कोई कार्यवाही ना होती देख जनपद पंचायत बैकुंठपुर के अध्यक्ष श्रीमती सौभाग्यवती कुसरो एवं उपाध्यक्ष श्रीमती आशा साहू ने अनुविभागीय अधिकारी बैकुंठपुर को ज्ञापन सौंपा और उचित कार्यवाही ना होने की दशा में जनपद पंचायत कार्यालय में तालाबंदी करने एवं अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है। सौंपै गए ज्ञापन में इन्होंने उल्लेख किया है कि वर्तमान पदस्थ मुख्यकार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बैकुन्ठपुर के कार्य प्रणाली, अनियमितता, मनमानी रवैया तथा जनप्रतिनिधियों, कर्मचारियों के साथ अभद्रता के विरोद्ध स्वरूप दिनांक 11/01/2023 बुधवार को 11 बजे से जनपद परिसर में ताला बन्दी कर अनिश्चितकालिन घरना प्रदर्शन की जायेगी।
श्रीमती सौभाग्यवती सिंह कुसरो एवं श्रीमती आशा साहू जो वर्तमान में जनपद पंचयात बैकुन्ठपुर में निर्वाचित एवं माननीय सदस्यों के द्वारा चुना जाकर अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष के पद पर आसीन होकर अपने दायित्यों का निर्वहन निष्ठा पूर्वक कर रहे हैं। परन्तु संवैधानिक व्यवस्था अर्न्तगत सभी जनपद पंचायतों के कार्यों का सुचारू संचालन हेतु नौकर शाह मुख्यकार्यपालन अधिकारी जो प्रशासनिक कार्यों का प्रतिनिधित्व के तौर पर नियुक्ति होती है, जिससे निर्वाचित जनप्रतिनियों एवं प्रशासन के समन्वय की जिम्मेदारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी पर रहती है। वर्तमान परिस्थिति में बैकुन्ठपुर जनपद पंचायत में पदस्थ विनय कुमार कश्यप जो लगभग एक वर्ष से पदस्थ रहकर सभी जनप्रतिनिधियों का, अधिनस्थ कर्मचारियों का, ग्राम के प्रमुख सरपंचों के मध्य सामंजस्य बनाने में असमर्थ रहे हैं। तथा पद का दुरूपयोग कर अमर्यादित शबदों का प्रयोग करते हुये जनप्रतिनिधियों की भावनाओं को ठेस पहुँचाया है, तथा लोक तन्त्र में इस प्रकार की कार्यप्रणाली सर्वथा अनुचित है। चूकि पूर्व में भी उक्त अधिकारी डिप्टी कलेक्टर श्री विनय कुमार कश्यप के अनियमितता कार्यप्रणाली अभद्रता एवं मनमानी रवैया की शिकायत कलेक्टर कोरिया, संभाग आयुक्त अम्बिकापुर, सरगुजा प्रभारी मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू जी छत्तीसगढ़ शासन, स्थानीय विधायक अम्बिका सिंह देव जी, माननीय सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरण दास महंत एवं माननीय मुख्य मंत्री जी छत्तीसगढ़ शासन से शिकायत के बावजूद किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होने से तथा प्रशासन के तौर तरीके एवं मनमानी से त्रस्त होकर दिनांक 11-01-2023 11 बजे से जनपद पंचायत बैंकुन्ठपुर के गेट में तालाबन्द कर अनिश्चितकालिन आन्दोलन धरना प्रदर्शन करेंगे।
परस्पर विरोधी दलों के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष की जुगलबंदी बेमिसाल
सामान्य तौर पर यह देखा जाता है कि राजनीति में परस्पर विरोधी दल के सदस्य किसी मुद्दे पर एक साथ कम ही आ पाते हैं। परंतु विगत 1 वर्षों से बैकुंठपुर जनपद की अध्यक्ष जो भाजपा से हैं, एवं उपाध्यक्ष जो कि कांग्रेसी हैं, की जुगलबंदी बेमिसाल है। क्षेत्र में होने वाले लगभग सभी कार्यक्रमों में वे एक साथ नजर आते हैं। सोशल मीडिया से लेकर सामाजिक कार्यों में लगातार एक साथ उपस्थिति चर्चा का विषय है। ऐसा नहीं है कि यह सब कुछ अचानक हुआ। यह नजदीकी तब बढ़ी जब जनपद उपाध्यक्ष की स्थानीय विधायिका से दूरी हुई। पंचायत चुनाव निर्वाचन उपरांत जनपद उपाध्यक्ष स्थानीय विधायिका की कट्टर समर्थक मानी जाती रहीं। परंतु जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी के मामले में पेंच कुछ ऐसा फंसा की दूरियां बढ़ती गई और परस्पर विरोधी दल के निर्वाचित जनप्रतिनिधि से नए तालमेल को आधार मिला। सूत्रों की माने तो जनपद में पदस्थ वर्तमान मुख्य कार्यपालन अधिकारी की पदस्थापना के बाद मनमानी न चलने के कारण उपाध्यक्ष द्वारा विधायिका के माध्यम से अधिकारी को स्थानांतरित करने का प्रयास किया गया। परंतु सफलता ना मिलने पर स्वयं से उच्च स्तरीय प्रयास संसदीय सचिव को नागवार गुजरा जो इनके मध्य बनी दूरी का कारण बना। वही ज्ञापन के बाद दूसरे के कंधे पर बंदूक रखकर निशाना लगाने की चर्चा भी सर्व व्याप्त है।
अधिकांश जनपद सदस्य और सरपंच-सचिव सीईओ की कार्यप्रणाली से संतुष्ट
वहीं जनपद में पदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी की कार्यप्रणाली को लेकर अधिकांश जनपद सदस्यों और निर्वाचित सभापतियों का कहना है कि अधिकारी की कार्यप्रणाली अच्छी है। वह किसी भी कार्य का मूल्यांकन स्वयं की निगरानी में करवाते हैं। गुणवत्तापूर्ण कार्य का भुगतान भी समयानुसार कर दिया जाता है। परंतु गुणवत्तार्विहीन निर्माण कार्य की राशि स्वीकृत नहीं की जाती। इस मामले में बैकुंठपुर जनपद के अंतर्गत पदस्थ सचिवों का भी मानना है कि जब से उक्त अधिकारी नियुक्त हुए हैं, कमीशनखोरी लगभग बंद हो गई है। एवं सभी कार्य शासन की मंशा अनुसार उचित तरीके से गुणवत्तापूर्ण संपन्न हो रहे हैं। संभवतः यही कारण है कि जनपद अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष को अधिकारी की कार्यप्रणाली रास नहीं आ रही एवं अधिकारी को हटाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया जा रहा है। और शायद यही वजह है कि संसदीय सचिव एवं बैकुंठपुर विधायिका से दूरी बढ़ने के बाद उपाध्यक्ष द्वारा नये आकाओं की तलाश जारी है, जो विगत कुछ माह में क्षेत्र अंतर्गत कुछ कार्यक्रमों में परिलक्षित भी हुआ।
निचले से लेकर उच्च स्तर तक जोर आजमाइश के बाद क्या तालाबंदी पश्चात मिलेगी सफलता?
सुत्र अनुसार जब से जनपद पंचायत बैकुंठपुर में डिप्टी कलेक्टर विनय कुमार कश्यप बतौर मुख्य कार्यपालन अधिकारी पदस्थ हुए हैं, तब से मनमानी, भ्रष्टाचार, गुणवत्तार्हीन कार्य और कमीशन खोरी पर अंकुश लग गया है। यही कारण है कि पदस्थापना के बाद से ही मुख्य कार्यपालन अधिकारी निशाने पर हैं। और प्रत्येक स्तर पर इनके स्थानांतरण की कोशिश की जा चुकी है। जिसके लिए जनपद पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती आशा साहू के नेतृत्व में अध्यक्ष श्रीमती सौभाग्यवती कुसरो एवं कुछ सरपंचों ने स्थानीय विधायिका एवं संसदीय सचिव श्रीमती अंबिका सिंह देव, क्षेत्रीय सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरणदास महंत, जिले की प्रभारी मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, स्थानीय कलेक्टर, संभाग आयुक्त महोदय के समक्ष स्थानांतरण का अथक प्रयास कर चुके हैं। परंतु अब तक हासिल सिफर है। अब देखने वाली बात यह होगी कि ज्ञापन अनुसार अनिश्चितकालीन आंदोलन, धरना प्रदर्शन एवं तालाबंदी अपना क्या रंग दिखाती है। साथ ही अभी देखने वाली बात होगी कि इस आंदोलन को कितने पंचायत प्रतिनिधियों का समर्थन हासिल होता है?
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