Koriya :- मुख्यमंत्री किसानों के लिए हर संभव मदद कर रहे है दूसरी ओर गिरजापुर सोसायटी समिति प्रबंधक की अवैध वसूली से रोजी-रोटी...??

Koriya :- मुख्यमंत्री किसानों के लिए हर संभव मदद कर रहे है दूसरी ओर गिरजापुर सोसायटी समिति प्रबंधक की अवैध वसूली से रोजी-रोटी...??

PIYUSH SAHU (BALOD)

धान खरीदी केन्द्र में किसानों का जेब से भरपाई हो रहा हमाली का पैसा


@कोरिया//ब्यूरो चीफ़।।
किसानों का परेशानी आखिरकार कौन सुनेगा और समझेगा, जब राज्य सरकार सुरक्षा व्यय से 
राशि आवंटित कर किसानों को सहूलियत देता है, तो फिर धान समिति में किसानों पर बोझ क्यों डाल रहे है,धान खरीदी केन्द्र गिरजापुर में जो किसान धान बेचने समिति में आते है,उनसे ए बोला जाता है आपका धान में पुट्टू खखरा है,फिर कुछ देर बाद उनसे ए कहा जाता है,कुछ खर्चा दे दो धान चढ़वा दे रहे है।और जब धान चढ़ाना शुरू होता है तो किसानों को हमाली का पल्टी  और चढ़ाने का भी पैसा देना पड़ता है।
किसानों से मिली जानकारी अनुसार,किसानों ने जानकारी देते हुए बताया की हम लोगों से धान का पल्टी और चट्टा में चढ़ाने का एक बोरी में 15 से 16 रूपए धान खरीदी केंद्र गिरजापुर में लिया जा रहा है।ए हर साल हम लोग से मोटा रक़म वसूला जा रहा है, जबकि राज्य शासन के द्वारा किसानों के हित में सुरक्षा व्यय राशि दिया जाता है,और उसी राशि से समिति प्रबंधक के द्वारा हमाली को पैसा देना होता है पर उस पैसा से धान समिति प्रबंधक हमाली को न देकर हम किसानों से दिलवाया जाता है,ऊपर से धान में कमी निकाल कर ऊपरी पैसा अलग से ले लिया जाता है।
हम किसानों का कौन सुनेगा इस लिए चुपचाप रहना पड़ता है।वही कुछ बोलने पर हमारी धान नही खरीदने का भी धमकी दिया जाता है। आखिर समिति प्रबंधक को राज्य शासन के द्वारा जो सुरक्षा व्यय राशि आता है उस पैसे को हमाली को क्यों नही देता उसका बोझ हम किसानों पर क्यों, क्या इसी तरह हम किसानों को परेशान किया जाएगा या फिर हमारी समस्या का कोई समाधान होगा।और आखिरकार सुरक्षा व्यय राशि जो गबन किया जा रहा है, उसका जांच क्यों नहीं हो रहा।क्या जांच कर ऐसे समिति प्रबंधक पर कोई कार्यवाही होगा।
जांच पर दोषी पाए जाने पर समिति प्रबंधक के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्यवाही किया जाए जिसे किसानों के दोहन करना बंद हो।
इसी मुद्दों को लेकर पिछले वर्ष भी गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने धरना प्रदर्शन किया था, जिससे किसानों का जेब से कोई पैसा न देना पड़े।किसानों को किसी तरह का कोई परेशानी ना हो और जो राज्य शासन सुरक्षा व्यय राशि प्रदान कर रही है, उससे समिति प्रबंधक हमालियो का भुगतान करें।
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